modhera sun temple history in hindi l modhera sun temple l गुजरात मोढेरा सूर्य मंदिर, मोढेरा सूर्य मंदिर गुजरात के मेहसाना जिले के मोढेरा नाम के गाँव म स्थित है, जो पुष्पावती नदी के किनारे पर बसा है, मोढेरा सूर्य मंदिर पाटन से 30 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। मोढ़ेरा के विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर, (modhera sun temple) जो अहमदाबाद से तकरीबन सौ किलोमीटर की दुरी पे है! मोढ़ेरा सूर्य मंदिर, (modhera sun temple ) विश्व प्रसिद्ध एक ऐतिहासिक धरोहर है इसकी बनावट और सुन्दरता देखने लायक है! साल भर मै देश विदेश से लाखो सर्ध्यालू और पर्यटक मोढेरा सूर्य मंदिर को देखने आते है,
मोढ़ेरा का विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर sun temple modhera
सूर्ये मंदिर मोढ़ेरा (modhera sun temple) तीसरा सबसे प्राचीन सूर्ये मंदिर है, इन तीन सूर्य मंदिर (sun temple) में जिसमे पहला उड़ीसा का कोणार्क मंदिर, दूसरा जम्मू में स्थित मार्तंड मंदिर और तीसरा सूर्ये मंदिर गुजरात के मोढ़ेरा का सूर्य मंदिर ! सूर्ये मंदिर मोढ़ेरा (modhera sun temple) में भगवान सूर्ये देव की विसाल प्रतिमा है , जो शुध्द सोने की बनाई गई है इसके अलावा इस मंदिर में सात घोड़े वाला रथ भी बनाया गया था ! जिसमे भगवान सूर्ये देव की प्रतिमा को विराजमान किया गया है, सूर्ये देव का यह सम्पूर्ण रथ सोने के सिक्को से सुसज्जित था, जब सूर्य उद्य होता है , सूर्य की पहली किरण मोढ़ेरा के विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर, (modhera sun temple) पड़ती थी ! जब सूर्ये की पहली किरण इस मंदिर पर पड़ती है , तब इस मंदिर का द्रश्य जो होता वह अध्बुत द्रश्य देखने लायक होता था ,
modhera sun temple history in hindi ऐतिहासिक सूर्य मंदिर मोढेरा का इतिहास
यह मोढ़ेरा का सूर्ये मंदिर (modhera sun temple) विश्व प्रसिद्ध है , जो अहमदाबाद से 100 किलोमीटर दूर पुष्पावती नदी के तट पर स्थित है। मोढेरा सूर्य मंदिर पाटन से 30 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। वर्तमान समय में इस मंदिर में पूजा नहीं की जाती है! और भारतीय पुरातत्व विभाग के संरक्षण में देख रेख की जाती है, इस मंदिर (modhera sun temple) का निर्माण सम्राट भीमदेव सोलंकी प्रथम करवाया था, भीमदेव सोलंकी प्रथम ने ईसा पूर्व 1022-1063 के मध्य निर्माण कार्य करवाया था। सूर्य मंदिर के परिसर की पश्चिमी दीवार पर, देवनागरी लिपि में “विक्रम संवत 1083” का एक शिलालेख है, जो 1026-1027 सीई के अनुरूप है।
मन्दिर(modhera sun temple) परिसर के मुख्य तीन भाग हैं- गूढ़मण्डप (मुख्य मन्दिर), सभामण्डप तथा कुण्ड (जलाशय)। इसके मण्डपों के बाहरी भाग तथा स्तम्भों पर अत्यन्त सूक्ष्म नक्काशी की गयी है। जो बहुत ही खुबसूरत है , कुण्ड में सबसे नीचे तक जाने के लिए सीढ़ियाँ बनी हुई हैं वहा कुछ छोटे-छोटे मन्दिर भी हैं।
गुजरात मोढेरा सूर्य मंदिर modhera sun temple in hindi
इस मंदिर का निर्माण सोलंकी वंसज के राजा भीमदेव पर्थम के करवया था , सोलंकी वंसज के राजा सूर्ये देव के वंज के थे, वे मुख्य रूप से भगवान सूर्ये देव की पूजा अर्चना करते थे ! वे भगवान सूर्ये देव को अपना कुल देवता के रूप में पूजा करते थे ,! मंदिर में भगवान देव के आलावा किसी भी देवता की मूर्तिया नहीं है , लेकिन मंदिर से जाने के सीडिया बनी है! उन सिदियो के परिसर में सेंकडो मंदिर मने हुये है ! यहाँ सभी देवी दवता के मंदिर है, जिसमे भगवान गणेश , सीतला माता , भगवान महादेव ,शेषनाग , विष्णु तथा तथा सभी देवता के मंदिर है ! इस परिसर में एक बहुत ही विसाल कुण्ड भी स्थित है, इस कुण्ड का नाम सूर्ये देव कुण्ड है !
गुजरात मोढेरा सूर्य मंदिर modhera sun temple in hindi
भगवान सूर्ये देव के इस मंदीर की सुन्दर व् मनोहर दर्शय जो दिखाई देते है, वो सब्दो में बयां करना मुस्किल है! यह प्राचीन सभ्यता का अद्भुत नमूना है ! मन्दिर के परिसर में सभा मंडल है, इस सभा मंडल में 50 से ज्यादा स्तंभ है , इस सभी स्तंभों पर रामयण ,क्रष्ण लीला व् महाभारत के समय के मनोहरम द्रश्यो की नक्काशी की हुई है! स्तंभ की नक्काशी बहुत ही सुन्दर है, शिल्पकला का अद्मुत उदाहरण प्रस्तुत करने वाले इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि पूरे मंदिर के निर्माण में जुड़ाई के लिए कहीं भी चूने का उपयोग नहीं किया गया है। इस सभा मंडल में प्राचीन समय में सभा का आयोजित कीया जाता था ! लेकिन आज के समय में गुजरात के पर्यटन निगम के द्वारा जनवरी के तीसरे सप्ताह में मंदिर के सभा मंडल में ‘उत्तरार्ध महोत्सव’ मनाया जाता है, जो प्रत्येक वर्ष तीन दिवसीय नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इसका उद्देश्य शास्त्रीय नृत्य रूपों को उसी तरह के माहौल में प्रस्तुत करना है, जिसमें वे मूल रूप से प्रस्तुत किए जाते थे
Good time to visit Modhera Sun Temple मोढेरा सूर्य मंदिर कब जाये
यह सूर्ये मदिर पहाडियों के बिच स्थित है इस लिहाज से यहाँ मानसून के आना चाहिए, बरसात के समय यहाँ मंदिर में पहाडियों से पानी मंदिर के परसिर हो कर गुजरता है जो द्रश्य बहुत ही मनमोहन होता है, मोढेरा सूर्य मंदिर (modhera Sun Temple) सितम्बर माह से जनवरी माह के जाना चाहिए, इस यहा पहाडियों पर हरियाली छाई रहती है , जो अलग ही नजारा दिखाती है , modhera sun temple history in hindi
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How to reach Modhera Sun Temple? मोढेरा सूर्य मंदिर कैसे पहुँचे
इस मंदिर तक हवाई मार्ग , रेलमार्ग , सड़क मार्ग किसी भी मार्ग पंहुचा जा सकता है, यहाँ से निकटतम एयरपोर्ट अहमदाबाद है। जो पुरे भारत के एयरपोर्ट से जुदा हुआ है। मोढेरा सूर्य मंदिर (modhera Sun Temple) के निकटतम बड़ा रेल्वे स्टेशन अहमदाबाद ही है , अहमदाबाद मोढेरा सूर्य मंदिर से करीब 100 किमी की दूरी पर स्थित है। अहमदाबाद पहुँचने पर मोढेरा सूर्य मंदिर जाने के लिए बस एवं टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है।
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