UNESCO World Heritage Sites – हमारा देश भारत अपने प्राचीन इतिहास, ऐतिहासिक इमारते, प्राचीन किले ओर हेरिटेज साइट्स के लिये विश्वभर मे प्रसिद्ध है। दुनिया भर से भारत की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, और प्राकृतिक धरोहरों को देखने पर्यटक आते है। यूनेस्को द्वारा भारत की कई स्थलों को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है, जो न केवल उनकी सांस्कृतिक महत्वता को दर्शाता है, बल्कि उन्हें विश्वभर में एक विशेष पहचान भी देता है। इस लेख में हम भारत के शीर्ष 10 यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की जानकारी देंगे, जो भारत की समृद्ध विरासत का प्रतीक हैं।
क्या आप भारत की Top 10 UNESCO World Heritage Sites के बारे मे जानते है
1. Taj Mahal UNESCO World Heritage Sites In Hindi
ताजमहल भारत की ऐतिहासिक इमारत है । जो न केवल भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पूरी दुनिया के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है। ताजमहल को यूनेस्को द्वारा 1983 में विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया गया। यह अद्भुत स्मारक मुग़ल सम्राट शाहजहाँ द्वारा अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया गया था। ताजमहल एक सफेद संगमरमर से बनी एक प्राचीन स्मारक है। जो यमुना नदी के किनारे स्थित है .
इसका वास्तुशिल्प मुगल और प्राचीन भारतीय कला का बेजोड़ संगम है। ताजमहल की प्रमुख विशेषताएं इसका मुख्य गुंबद, चार मीनारें, और बारीक नक्काशी वाले दीवारें हैं। इसे भारत की पहचान के रूप में भी देखा जाता है और यह विदेशी पर्यटकों के लिए भारत आने का प्रमुख कारण है। ताजमहल को विश्वभर में प्रेम का प्रतीक माना जाता है और यह भारत की सबसे प्रसिद्ध धरोहर स्थलों में से एक है।
2. Khajuraho Temple UNESCO World Heritage Sites In Hindi
भारत के हर छेत्र मे एतिहासिक ओर प्राचीन इमारते है। जो दुनिया भर मे अपनी एक पहचान रखती है, मध्यप्रदेश मे स्थित खजुराहो मंदिर सबसे प्राचीन ओर खूबसूरत जगहों में से एक है। खजुराहो को प्राचीन मंदिरों का शहर कहा जाता है। खजुराहो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में आता है। खजुराहो के मंदिर, जो 1986 में यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल किए गए, अपनी उत्कृष्ट वास्तुकला और कामुक मूर्तियों के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं।
इन मंदिरों का निर्माण 950 से 1050 ईस्वी के बीच चंदेल राजाओं द्वारा किया गया था। खजुराहो के मंदिर हिंदू और जैन धर्म के अद्वितीय मेल का प्रतीक हैं ,और यहां की मूर्तियां जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे प्रेम, युद्ध, और अध्यात्म को दर्शाती हैं। मंदिरों की दीवारों पर बनी कामुक मूर्तियां विशेष रूप से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं।
3. Sun Temple UNESCO World Heritage Sites In Hindi
कोणार्क सूर्य मंदिर ओडिशा के पुरी जिले में स्थित स्थित है, यह सूर्य मंदिर अपनी वास्तुकला के लिये जाना जाता है। अपनी अद्भुत वास्तुकला के कारण कोणार्क सूर्य मंदिर पर्यटकों अपनी आकर्षित करता है , मंदिर पहली दृष्टि मे अकाश्रण का केंद्र बन जाता है। ओर अध्यात्म की दृष्टि से भी विशेष महत्व है। यह हिन्दू मंदिर है, ओर सूर्य देव को समर्पित है। हिंदू धर्म में सूर्य देव को सभी रोगों का नाशक माना गया है।
सूर्य मंदिर, जिसे कोणार्क का सूर्य मंदिर भी कहा जाता है, 1984 में यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था। यह मंदिर 13वीं सदी में गंग वंश के राजा नरसिंहदेव प्रथम द्वारा बनवाया गया था और यह पूरी तरह से भगवान सूर्य को समर्पित है। मंदिर की संरचना एक विशाल रथ के रूप में है, जिसमें 24 पहिए और सात घोड़े हैं। इसका वास्तुकला कौशल और कलात्मकता अद्वितीय है, और इसे भारतीय स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है।
4. Kaziranga National Park UNESCO World Heritage Sites In Hindi
ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर Kaziranga National Park स्थित है, जो 430 वर्ग किलोमीटर के विसल क्षेत्र में फैला हुआ है। काज़ीरंगा नेशनल पार्क विश्व धरोहर है, जो भारत एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध है। यह नेशनल पार्क भारत के असम राज्य में है,ओर यह असम का सबसे पुराना नेशनल पार्क है। यह उद्यान उत्तर में ब्रह्मपुत्र नदी और दक्षिण में कार्बी आंगलोंग पहाड़ियों के बीच फैला हुआ है
काज़ीरंगा नेशनल पार्क, जिसे 1985 में यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था, असम राज्य में स्थित है और यह भारत के सबसे महत्वपूर्ण वन्यजीव अभ्यारण्यों में से एक है। यह पार्क मुख्य रूप से एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध है, जो यहां की एक दुर्लभ और संरक्षित प्रजाति है। इसके अलावा, काज़ीरंगा में बाघ, हाथी, और विभिन्न प्रकार के पक्षी भी पाए जाते हैं। यहां का वन्यजीव विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य इसे पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बनाते हैं।
5. Jantar Mantar UNESCO World Heritage Sites In Hindi
राजस्थान की राजधानी जयपुर की एक विश्व प्रशिद्ध स्मारक है। महाराजा सवाई जय सिंह ने जंतर मंतर का निर्माण किया था। जंतर मंतर में दुनिया की सबसे बड़ी दीवार घडी बनी हुई है जो पत्थरो की है। यह स्मारक जयपुर शहर के सिटी पैलेस और हवा महल के पास बना हुआ है। यह प्राचीन इतिहासिक स्मारक प्राचीन आर्किटेक्चरल कलाओ को दर्शाता है। जंतर मंतर साल भर में यहा आने वालों पर्यटकों अपनी ओर बहुत आकर्षित करता है।
जंतर मंतर जयपुर का ऐतिहासिक खगोलीय वेधशाला है, जिसे 2010 में यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया। इसे 18वीं सदी में महाराजा जय सिंह द्वितीय द्वारा बनवाया गया था और यह खगोलीय गणना के लिए सबसे बड़ी वेधशाला है। यहां 19 मुख्य यंत्र हैं, जो समय का पता लगाने, ग्रहों की स्थिति की गणना, और आकाशीय पिंडों की गति को मापने के लिए उपयोग किए जाते हैं। जंतर मंतर को इसके सटीकता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के लिए ख्याति मिली है।
6. Nalanda University Park UNESCO World Heritage Sites In Hindi
भारत देश का नालंदा विश्वविद्यालय शिक्षा का प्रमुख केंद्र था। उस जमाने मे भारत में दुनिया का पहला विश्वविद्यालय था, जहां दुनिया के हर देश से लोग शिक्षा गर्हण करने आते थे, जिसे हम नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University) के नाम से जानते हैं। इस विश्वविद्यालय की स्थापना 450 ई. में हुई थी। नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केंद्र था।
नालंदा विश्वविद्यालय का खंडहर 2016 में यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया। यह विश्वविद्यालय प्राचीन भारत के सबसे पुराने और सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा केंद्रों में से एक था, जहां 5वीं से 12वीं सदी के बीच हजारों विद्यार्थी पढ़ाई करते थे। यहां की शिक्षा प्रणाली और विद्वानों का योगदान भारतीय और विश्व सभ्यता के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। नालंदा की स्थापत्य कला और इसकी संरचनाएं अद्भुत हैं, और यह प्राचीन भारत के गौरवशाली इतिहास को दर्शाता है।
7. Dholavira UNESCO World Heritage Sites In Hindi
धोलावीरा भारत के सबसे प्रसिद्ध ओर मुख्य हड़प्पा स्थलों में से एक है, जो आज भारत का विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। धोलावीरा देश के सबसे प्रमुख पुरातात्विक स्थलों में से एक है, इसे प्राचीन भारत का आधुनिक शहर माना जाता है। सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की खुदाई में यहां से सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़े कई साक्ष्य मिले हैं. जिससे लगता है, की धोलावीरा का इतिहास काफी समृद्ध और आकर्षक है।
धोलावीरा, जो 2021 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त हुआ, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है। यह गुजरात के कच्छ जिले में स्थित है और यहां की खुदाई से प्राचीन सभ्यता के कई अवशेष मिले हैं, जैसे जल प्रबंधन प्रणाली, किले, और सड़कों का उत्कृष्ट नेटवर्क। धोलावीरा की उन्नत नगर नियोजन और जल संचयन प्रणाली इसे सिंधु घाटी सभ्यता के अन्य स्थलों से अलग बनाते हैं और यह प्राचीन भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
8. Kanchenjunga National Park UNESCO World Heritage Sites In Hindi
कंचनजंगा नेशनल पार्क भारत का पहला विरासत स्थल है, जो दुनिया के तीसरे सबसे ऊंचे पर्वत कंचनजंगा पर स्थित है। कंचनजंगा पर्वत पर होने के कारण इस पार्क का नाम कंचनजंगा नेशनल पार्क नाम पड़ा है, यह भारत के राज्य सिक्किम मे स्थित है । ओर यह पार्क सिक्किम के क्षेत्रफल का 25 %हिस्सा कवर करता है।
कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान, जिसे 2016 में यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया। और कंचनजंगा नेशनल पार्क कंचनजंगा पर्वत के चारों ओर फैला हुआ है। यह उद्यान अपने बर्फ से ढके पहाड़ों, गहरे घाटियों, और विविध वनस्पतियों और जीवों के लिए प्रसिद्ध है। यहां बर्फीले तेंदुए, लाल पांडा, और हिमालयी काले भालू जैसी दुर्लभ वन्यजीव प्रजातियां पाई जाती हैं। कंचनजंगा का प्राकृतिक सौंदर्य इसे विश्व के सबसे आकर्षक प्राकृतिक धरोहर स्थलों में से एक बनाता है।
9. Great Himalayan National Park UNESCO World Heritage Sites In Hindi
हिमालयन नेशनल पार्क भारत का एक राष्ट्रीय उद्यान है, जो हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लू में स्थित है। इस पार्क की स्थापना 1984 में हुई थी, और यह 1171 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह हिमाचल राज्य का सबसे पुराना और सबसे बड़ा नेशनल पार्क है, ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में कई वनस्पतियाँ और 400 के करीब वन्य जीव-जंतु की प्रजातियाँ पाई जाती हैं। पार्क प्रकृति प्रेमियों और रोमांच के शौकीनों पर्यटक के लिए स्वर्ग है।
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क, जिसे 2014 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता मिली, हिमाचल प्रदेश में स्थित है। यह पार्क हिमालय की ऊँची चोटियों, हरे-भरे जंगलों, और गहरे घाटियों का अद्वितीय मिश्रण प्रस्तुत करता है। यहां हिमालयी वन्यजीवों की अनेक प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें तेंदुआ, कस्तूरी मृग, और कई दुर्लभ पक्षी शामिल हैं। ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क का प्राकृतिक द्रश्य पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अद्भुत पर्यटक स्थल बनाता है।
10. Rani ki Vav UNESCO World Heritage Sites In Hindi
रानी की वाव गुजरात मे सीढ़ीदार कुआँ है, जिसे पुराने समय मे बावड़ी भी कहते थे। यह भारत के गुजरात राज्य के पाटण में स्थित है। इस रानी की वाव (बावड़ी) साल 1063 में सोलंकी शासन मे रानी उदयामति ने बनवाया था। यह सीढ़ीदार 27 मीटर गहरा है, ओर 64 मीटर लंबा , 20 मीटर चौड़ा है। यह रानी की वाव भारत में अपनी पहचान रखता है।
रानी की वाव 2014 में यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था। यह अद्वितीय बावड़ी गुजरात के पाटन शहर में स्थित है और इसे 11वीं सदी में बनवाया गया था। इसकी दीवारों पर की गई उत्कृष्ट नक्काशी और मूर्तिकला कला इसे भारत के सबसे शानदार स्थापत्य नमूनों में से एक बनाते हैं। रानी की वाव की अद्वितीयता और स्थापत्य कौशल इसे भारत की धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाते हैं।
UNESCO World Heritage Sites In India
भारत की यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स देश की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, और प्राकृतिक धरोहरों का प्रतिनिधित्व करती हैं। ये स्थल न केवल भारत के गौरवशाली अतीत की गवाही देते हैं, बल्कि भविष्य के लिए भी एक प्रेरणा के रूप में काम करते हैं। इन स्थलों का संरक्षण और उनके महत्व को समझना हमारी जिम्मेदारी है। यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स रखरखाव करना हमारा कर्तव्य है, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियाँ भी इनकी सुंदरता और महानता का अनुभव कर सकें।