Fort of Rajasthan – राजाओं की भूमि राजस्थान के शानदार विसाल किले, ओर एतिहासिक स्मारक मे राजस्थान की शाही विरासत की झलक देखने को मिलती है। राजस्थान के यह शाही किले काफी लोकप्रिये पर्यटक स्थल है, जो भारत में ही नहीं दुनिया भर कर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित है। यह राज्य भारत की संस्कृति और परंपराओं का एक महान उदाहरण है। अपने भव्य किलों और महलों के साथ यह राज्य हमें उस खूबसूरत इतिहास का भी अहसास करता है जिसे यह किले गर्व से संजोए हुए है।
राजस्थान जितना वीर योध्या के इतिहास के लिए जाना जाता है,उतना ही अपने शाही किले,सुंदर महल ओर विसाल परिसर वाले भवन के लिए भी जाना जाता है। यह राज्य अपनी खूबसूरत हस्तकला, सुनहरी रेत, स्वादिष्ट व्यंजनों, राजसी स्मारकों, संगीत, कला और समृद्ध संस्कृति के लिए पहचान जाता है। आज हम आपको राजस्थान के 10 ऐसे खूबसूरत किले के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज होने के साथ-साथ पर्यटन का मुख्य केंद्र भी हैं।
Top 10 Most Popular Fort of Rajasthan In Hindi
राजस्थान के सबसे पॉपुलेर 10 किले की जानकारी शेयर करेंगे, ओर साथ मे ये भी बताएंगे की राजस्थान के किले जाने का सही समय, कैसे जाये ओर इन किलो की इंट्री फीस क्या है।
- Jaisalmer Golden Fort of Rajasthan
- Jodhpur Mehrangarh Fort of Rajasthan
- Chittorgarh Fort of Rajasthan
- Jaipur Amer Fort of Rajasthan
- Kumbhalgarh Fort of Rajasthan
- Ranthambore Fort of Rajasthan
- Bundi Taragarh Fort of Rajasthan
- Jaipur Jaigarh Fort of Rajasthan
- Jhalawar Gagron Fort of Rajasthan
- Bikaner Junagarh Fort of Rajasthan
1. सोनार किला जैसलमेर Golden Fort of Rajasthan In Hindi
जैसलमेर का सोनार किला जिसे हम (Golden Fort) के नाम से भी जानते है, यह किला राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध किलों में से एक है। यह किला जैसलमेर शहर के बीचों-बीच स्थित है, प्राचीन काल मे प्रजा इस किले के अंदर बस्ती थी। मगर जेसे जेसे जनसंख्या बडती गई किले के बाहर भी शहर का विस्तार होता गया।
जैसलमेर किले का निर्माण 1156 ईस्वी में महारावल जैसल द्वारा किया गया था। यह किला पीले बलुआ पत्थर से निर्मित है, जिसके कारण इसे ‘सोनार किला’ कहा जाता है। यह किला यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक है। किले के विसाल परिसर मे आज कई सुंदर महल, मंदिर, मार्केट और हवेलियाँ हैं। क्योंकि आज भी किले स्थानीय लोग रहते हैं। किला जैसलमेर शहर के बीच एक पहाड़ी पर है, इस किले के छत से जैसलमेर शहर का नजारा अद्भुत लगता है।
जैसलमेर जाने का सही समय:
जैसलमेर एक एतिहासिक शहर है, ओर लोकप्रिये पर्यटक स्थल है। जहा साल हर मॉसम मे पर्यटक घूमने आते है। मगर जैसलमेर राजस्थान के पश्चिम थार रेगिस्तान मे बसा शहर है.जहा गर्मियों के दौरान यहां बहुत गर्मी पड़ती है, इसलिए मार्च से जुलाई के महीनों में यहां जाने से बचना चाहिए। अक्टूबर से मार्च के बीच का समय जैसलमेर घूमने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि इस दौरान यहाँ का मौसम ठंडा और सुहावना रहता है।
जैसलमेर कैसे जाये
जैसलमेर राजस्थान के अन्य शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप निजी कार, टैक्सी या राज्य परिवहन की बसों का उपयोग करके जैसलमेर पहुंच सकते हैं। सड़क मार्ग से यात्रा करते समय राजस्थान के सुंदर रेगिस्तानी दृश्यों का आनंद लिया जा सकता है।
जैसलमेर किला
Entry fee: Entry is free.
Timings: 9:00 am to 6:00 pm
2. जोधपुर मेहरानगढ़ किला Mehrangarh Fort of Rajasthan In Hindi
मेहरानगढ़ किला जोधपुर का सबसे प्रमुख और भव्य किला है। यह किला जोधपुर शहर के किनारे 125 मीटर ऊंची पहाड़ी पर स्थित है,मेहरानगढ़ किला राजस्थान के मुख्य किलों में से एक है। इस किले का निर्माण साल 1438 में राव जोधा ने करवाया था। मेहरानगढ़ किला अपनी विशालता और अद्वितीय वास्तुकला के लिए जाना जाता है। ओर राजस्थान मे अपनी अलग पहचान रखता है,इस किले से जोधपुर शहर का विहंगम दृश्य दिखाई देता है। इसके संग्रहालय में पुराने हथियार, पोशाकें और ऐतिहासिक धरोहरें संजोई गई हैं।
जोधपुर शहर से 5 किलोमीटर दूर यह शानदार किला अपनी शानदार वास्तुकला और विविध इतिहास के लिए जाना जाता है। मेहरानगढ़ किले के विसाल परिसर के अंदर अंदर कई महल, संग्रहालय, और मंदिर हैं, जेसे की फूल महल, मोती महल, शीश महल है। किले में दो प्राचीन मंदिर भी हैं- नागणेचियाजी मंदिर और चामुंडी देवी मंदिर। अगर आप मेहरानगढ़ के राजसी इतिहास का एहसास करना चाहते है,तो आप किले मे स्थित मेहरानगढ़ संग्रहालय जा सकते हैं।
मेहरानगढ़ किला कैसे पहुँचें
जोधपुर शहर के बीच में स्थित इस किले तक आसानी से पहुँचा जा सकता है। जोधपुर हवाई, रेल या सड़क मार्ग से पहुँचा जा सकता है। जोधपुर पहुँच कर 15 मिनट की पैदल यात्रा कर मेहरानगढ़ किला पहुंचा जा सकता है।
मेहरानगढ़ किला किले की एंट्री फीस
जोधपुर केमेहरानगढ़ किला किले की एंट्री फीस भारतीयों के लिए फ्री है, मगर वीडियो एण्ड फोटो ग्राफी के लिए 200 और विदेशियों के लिए 800 रुपये है। इस टिकट में एक गाइड भी शामिल है, जो पर्यटकों किले के इतिहास और इसके महत्व की जानकारी देता है।
मेहरानगढ़ किला किले देखने समय
सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक
3. चित्तौड़गढ़ किला hittorgarh Fort of Rajasthan In Hindi
चित्तौड़गढ़ किला राजस्थान के सबसे ऐतिहासिक किलों में से एक है। यह किला अपनी वीरता, बलिदान और शौर्य की कहानियों के लिए प्रसिद्ध है। रानी पद्मिनी और राणा कुंभा की गाथाएँ इस किले से जुड़ी हुई हैं। किला 700 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है, चित्तौड़गढ़ किला अपने जीवत इतिहास के रूप में खड़ा है। जो गोरवशाली स्मारक हैं, यह किला राजस्थान के सबसे बड़े किलों में से एक है और इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी शामिल गया है।
चित्तौड़गढ़ किला राजपूत वीरता और बहदुरी का अद्भुत नमूना है, इस किले का निर्माण मौर्यवंशीय के राजा चित्रांगद मौर्या ने 7वी शताब्दी में करवाया था। इसमें कई प्रमुख स्थलों जैसे विजय स्तंभ, कीर्ति स्तंभ, पद्मिनी महल और मीरा बाई का मंदिर हैं। यह किला राजस्थान के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। जहा लाखों पर्यटक इस किले को दखने आते है।
चित्तौड़गढ़ किला देखने का सही समय:
राजस्थान मे जुलाई से सितंबर मानसून के दौरान बारिश होती है, बारिश के बाद यहा का वातावरण काफी सुहाना रहता है, चरों ओर हरियाली छा जाती है। लेकिन गर्मी का अहसास होता है, चित्तौड़गढ़ जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। इस दौरान मौसम ठंडा रहता है, जिससे किले के चारों ओर घूमने में सुविधा होती है।
चित्तौड़गढ़ किला कैसे जाये
चित्तौड़गढ़ हवाई जहाज , ट्रेन या सड़क के रास्ते आसानी पहुच सकते हो, चित्तौड़गढ़ का निकटतम हवाई अड्डा उदयपुर मे महाराणा प्रताप हवाई अड्डा है, जो लगभग 90 किमी दूर है। उदयपुर हवाई अड्डा भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। वही चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन देश के विभिन्न शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहां के लिए सीधी ट्रेनें मिल जाती हैं। ओर चित्तौड़गढ़ सड़क मार्ग से भी राजस्थान के प्रमुख शहरों और अन्य राज्यों से जुड़ा हुआ है।
चित्तौड़गढ़ किला देखने का समय
प्रातः 9:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक
चित्तौड़गढ़ किला की एंट्री फीस:
- भारतीय नागरिकों के लिए: ₹50 प्रति व्यक्ति
- विदेशी नागरिकों के लिए: ₹100 प्रति व्यक्ति
- बच्चों (5 से 15 वर्ष के बीच): ₹25 प्रति बच्चा
- वीडियो कैमरा शुल्क: ₹25
4. आमेर किला Amer Fort of Rajasthan In Hindi
भारत के राजस्थान के आमेर में स्थित एक प्राचीन किला है,इस किले को आमेर किला या ( Amber Fort) के नाम से भी जाना जाता है। यह किला राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर के आमेर क्षेत्र मे, ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। यह जयपुर पर्यटन का आकर्षण है। यह किला जयपुर से 11 किलोमीटर दूर स्थित है। आमेर किला 16वीं शताब्दी में राजा मान सिंह ने बनाया था।
आमेर किला अपनी सुंदर वास्तुकला, जटिल नक्काशी, और शीश महल के लिए मशहूर है। पहाड़ी पर स्थित आमेर किला जयपुर में प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। आमेर किला अपनी कलात्मक शैली के लिए जाना जाता है। किले में दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास और सुख निवास प्रमुख आकर्षण का केंद्र हैं। किले के अंदररात के समय साउंड और लाइट शो भी आयोजित किया जाता है, जो पर्यटकों के लिए एक विशेष अनुभव प्रदान करता है।
आमेर किला, जयपुर घूमने का सही समय:
आमेर किला घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। इस दौरान मौसम घूमने के लिए अनुकूल होता है। आमेर किला पहाड़ी छेत्र मे होने के कारण में मानसून के मॉसम मे यहा घूमने का अनुभव अलग ही होता है। बारिश के बाद यहा पहाड़ों पर हरियाली छा जाती है,जिससे किले की सुंदरता और इसके आसपास के मनोहरम दृश्य का आनंद ले सकते हैं।
आमेर किला, जयपुर कैसे पहुँचे:
आमेर किला जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, यहाँ तक पहुंचने के लिए सबसे पहल जयपुर पहुंचना होगा। जयपुर का सवाई मानसिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा सबसे निकटतम हवाई अड्डा है। जयपुर रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। जयपुर शहर भारत के सभी शहर से जुड़ा हुआ है। जयपुर शहर से किले तक पहुँचने के लिए आप निजी वाहन, टैक्सी, ऑटो रिक्शा या स्थानीय बस सेवा का उपयोग कर सकते हैं।
आमेर किले की एंट्री फीस:
भारतीय पर्यटकों के लिए 100 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 500 रुपये है।
आमेर किला घूमने का टाइम
प्रातः 9 बजे से शाम 6 बजे तक
5. कुम्भलगढ़ किला Kumbhalgarh Fort of Rajasthan In Hindi
कुंभलगढ़ किला राजस्थान के सबसे महत्वपूर्ण और विशाल किलों में से एक है। इस किले का निर्माण 1443 ई. में हुआ था और इसका निर्माण कार्य कई वर्षों तक चला था। महाराणा कुंभा ने मेवाड़ राज्य को आक्रमणकारियों से बचाने के लिए इस किले का निर्माण करवाया था। कुंभलगढ़ किला मेवाड़ की सुरक्षा के लिए बनाया गया था और राजस्थान के इतिहास में इसका महत्वपूर्ण स्थान है।
इस किले का नाम महाराणा कुंभा के नाम पर रखा गया था, कुंभलगढ़ किले की दीवार दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार हैं, जो लगभग 36 किलोमीटर तक फैली हुई हैं। यह किला खूबसूरत अरावली पर्वत श्रृंखला की पहाड़ियों मे 3,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, कुंभलगढ़ किले की संरचना ऐसी है कि इसे देखने मात्र से ही इसकी मजबूती और भव्यता का अहसास हो जाता है। किले के अंदर कई प्राचीन महल, मंदिर, जलाशय और कई ऐतिहासिक इमारतें हैं, जो इस किले के राजसी स्वरूप का बेहतरीन उदाहरण हैं।
कुंभलगढ़ किला घूमने का सही समय
कुंभलगढ़ किला घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का है। इस समय यहाँ का मौसम ठंडा रहता है, इसलिए आप आसानी से कुंभलगढ़ किला और उसके आसपास घूम सकते हैं। मानसून के मॉसम मे बारिश के बाद अरावली पर्वत पर हरियाली और आसपास का नज़ारा भी बेहद खूबसूरत होता है, जब हरियाली से ढकी पहाड़ियाँ कुंभलगढ़ किले की खूबसूरती को और बढ़ा देती हैं।
कुंभलगढ़ किले तक कैसे जाएं?
कुंभलगढ़ किले तक पहुंचने के लिए आप एयरपोर्ट, रेल और सड़क मार्ग से जा सकते हैं। कुंभलगढ़ का अपना कोई एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन नहीं है। कुंभलगढ़ उदयपुर से करीब 85 किलोमीटर और नाथद्वारा से 35 किलोमीटर दूर है। कुंभलगढ़ किले तक पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट उदयपुर में है, जो किले से करीब 85 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
कुंभलगढ़ किले की एंट्री फीस:
भारतीय पर्यटकों के लिए 50 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 200 रुपये है।
कुंभलगढ़ किला घूमने का टाइम
सुबह 9 बजे से सायं 5.30 बजे तक
6. रणथंभौर किला Ranthambore Fort of Rajasthan In Hindi
रणथंभौर किला राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित है, रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान के परिसर के रणथंभौर किला स्थित है। यह किला अपने ऐतिहासिक महत्व और आसपास के प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। रणथंभौर किला भारतीय इतिहास के प्राचीन किलों में से एक है और इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है।
रणथंभौर किला अरावली पर्वत के विशाल और शुष्क जंगलों से घिरा हुआ है, यह किला एक थंभौर पहाड़ी पर स्थित है। इस कारण इस किले से रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान के लुभावने दृश्यों दिखाई देता है। रणथंभौर किले का निर्माण 8वीं शताब्दी के दौरान चौहान शासक द्वारा किया गया था। रणथंभौर किला पृथ्वी राज ओर सुल्तानों के बीच कई युद्धों का साक्षी रहा है।
रणथंभौर किला देखने जाने का सही समय:
रणथंभौर किला देखने का सबसे अच्छा समय मानसून ओर सर्दी का मॉसम होता है, रणथंभौर घूमने का सही समय अक्टूबर से मार्च के बीच है। इस दौरान मौसम ठंडा और सुहावना होता है, जिससे यात्रा और सफारी के लिए यह समय उपयुक्त माना जाता है।
रणथंभौर किला कैसे जाये
रणथंभौर से नजदीकी हवाई अड्डा चित्तौड़गढ़ का डबोक हवाई अड्डा है। ओर सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन है, जो भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। चित्तौड़गढ़ राजस्थान और भारत के प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
रणथंभौर किला का विज़िट टाइम:
रणथंभौर किला पर्यटकों के लिए सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है।
7 जयगढ़ किला Jaigarh Fort of Rajasthan In Hindi
जयगढ़ क़िला जयपुर में एक बहुत ही भव्य धरोहर है,जो अरावली पर्वतमाला के चील का टीला नामक पहाड़ी पर स्थित है । इस किले को महाराजा जय सिंह ने 18 वीं सदी में बनवाया था। इस जयगढ़ किले पर रखी तोप दुनिया में सबसे बड़ी तोप है। किला उंचाई पर स्थित होने के कारण यहा से पूरे जयपुर शहर का मनोहरम दृश्य देखा जा सकता है।
अरावली पहाड़ी पर बने जयगढ़ किले से माओटा झील का शानदार दृश्य दिखाई देता है किले के भीतर लक्ष्मी विलास, ललित मंदिर, आराम मंदिर और विलास मंदिर जैसे कई अन्य टुरिस्ट प्लेस भी हैं। जयगढ़ किला लाल बलुआ पत्थरों से बना है, औरइस किले का परिसर 3 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। जयगढ़ किला जयपुर का सबसे मुख्य पर्यटन स्मारक माना जाता है।
जयगढ़ क़िला जयपुर घूमने का सही समय
जयपुर का पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र है,इस पूरे साल यहा लाखों पर्यटक आते है। लेकिन जयपुर मे घूमने का सबसे अछ समय मानसून ओर सर्दी का होता है। अप्रैल से जुलाई के महीनों में राजस्थान में गर्मी पड़ती है,जिसके कारण जयपुर का तापमान अधिक रहता है। जयपुर घूमने अगस्त से लेकर मार्च तक के महीनों में जा सकते हैं, इस समय मौसम ठंडा रहता है।
जयगढ़ क़िला, जयपुर कैसे पहुँचे:
जयगढ़ क़िला जाने के लिए सबसे जयपुर पहुंचना होता है, जयपुर शहर भारत के सभी महानगरों के हवाई मार्ग , रेल मार्ग ओर सड़क मार्ग से अछि तरह जुड़ा हुआ है। जयपुर शहर से किले तक पहुँचने के लिए आप निजी वाहन, टैक्सी, ऑटो रिक्शा या स्थानीय बस सेवा का उपयोग कर सकते हैं।
जयगढ़ किले की एंट्री फीस:
भारतीय पर्यटकों के लिए 100 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 500 रुपये है।
जयगढ़ किला घूमने का टाइम
प्रातः 9 बजे से शाम 6 बजे तक
8 तारागढ़ किला Taragarh Fort of Rajasthan In Hindi
तारागढ़ किला राजस्थान के बूंदी शहर मे स्थित है, यह किला अरावली की ऊंची नाग पहाड़ी पर बना हुआ है। तारागढ़ किला बूंदी शहर के पर्यटन का महत्वपूर्ण स्थान है। इसे किले को स्तर किला “स्टार फोर्ट” के नाम से भी जाना जाता है, पहाड़ी पर स्थित इस किले की संरचना तारों के समान लगती है। इस किले का निर्माण 14वीं शताब्दी में हुआ था और यह बूंदी के राजाओं की शौर्य गाथाओं का प्रतीक है। किला अपने सुंदर वास्तुशिल्प, विशाल दीवारों के लिए प्रसिद्ध है।
यह एक भव्य किला 1426 फीट ऊचें पर्वत पर बना है। इसे “बूंदी का किला” भी कहते हैं। सुन्दर किले का निर्माण चौदहवीं सदी हुआ, साल 1354 में बूंदी के संस्थापक राव देव हाड़ा ने कराया था। किले में प्रवेश करने के लिए तीन विशाल द्वार बनाए गए हैं। जिन्हे लक्ष्मी पोल, हाथीपोल ओर गागुड़ी का फाटक के नाम से जाना जाता है। इस किले के भीतर बने महल अपनी शिल्पकला के लिए काफी लोकप्रिये है।
तारागढ़ किले जाने का सही समय
तारागढ़ किला राजस्थान के बूंदी मे स्थित है,राजस्थान में अप्रैल से जुलाई के महीने मे गर्मियों के दौरान तापमान बहुत अधिक होता है। मानसून के मॉसम मे बारिश के बाद यहा का वातावरण को हरा-भरा और सुहाना हो जाता है। तारागढ़ किला घूमने का सही समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। इस दौरान मौसम ठंडा ओर खुशनुमा रहता है। इसलिए, अक्टूबर से मार्च का समय तारागढ़ किले की यात्रा के लिए सबसे उपयुक्त हैं।
तारागढ़ किला कैसे पहुँचे:
तारागढ़ किला का निकटतम हवाई अड्डा कोटा हवाई अड्डा है, जो बूंदी से लगभग 40 किमी की दूरी पर स्थित है। बूंदी रेलवे स्टेशन तारागढ़ किले से लगभग 5 किमी दूर है। बूंदी सड़क मार्ग से भी राजस्थान के अन्य प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप निजी वाहन, टैक्सी या राज्य परिवहन की बसों से बूंदी पहुँच सकते हैं।
तारागढ़ किला एंट्री फीस:
तारागढ़ किला देखने के लिए प्रवेश शुल्क नहीं है।
तारागढ़ किला जाने का टाइम
सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक
गागरोन किला Gagron Fort of Rajasthan In Hindi
गागरोन किला, राजस्थान के झालावाड़ जिले में स्थित एक प्राचीन और ऐतिहासिक किला है। यह काली सिंध नदी और आहु नदी के संगम पर स्थित है। गागरोन किला राजस्थान के उन चुनिंदा किलों में से एक है,जो पानी और पहाड़ियों से चारों ओर से घिरा हुआ है। इस लिए इसे किले को “जल किला ” भी कहते है, क्योंकि इस किले के एक तरफ पहाड़ी है,तो बाकी तीन ओर से अहू और काली सिंध के पानी से घिरा हुआ है।
इतिहासकारों के अनुसार, इस किले का निर्माण राजा बीजलदेव ने 12वीं सदी में करवाया था। इस किले पर खिंची राजपूतों ने 300 साल तक राज किया। बिना नींव के सीधी खड़ी चट्टानों पर ये किला आज भी सुरक्षित खड़ा है। इस किले मे सौ साल का पंचांग बना था। प्राचीन काल मे किले 92 मंदिर होते थे। UNESCO ने साल 21 जून 2013 को राजस्थान के 5 किले को विश्व धरोहर स्थल शामिल किया था, गागरोन किला उन 5 किलो मे से एक है।
गागरोन किले घूमने का उतम समय
यह किला दो नदीओ के बीच में होने के कारण यहा का वातावरण सुहाना होता है। मानसून में हल्की बारिश के बाद किले के चारों ओर हरी-भरी पहाड़ियाँ के खूबसूरत द्रश्य दिखाई देता है, जो किले को और भी सुंदर बना देती हैं। इस लिहाज से गागरोन किला घूमने का सबसे उत्तम समय होता है। आप अक्टूबर से मार्च के दौरान मौसम ठंडा रहता है।
गागरोन किला कैसे पहुँचें:
गागरोन किले का निकटतम हवाई अड्डा कोटा मे है, जो इस किले से लगभग 85 किमी दूर है। वही निकटतम रेलवे स्टेशन झालावाड़ रोड रेलवे स्टेशन है, जो यहा से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित है। गागरोन किला राजस्थान के प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप निजी वाहन, टैक्सी या बस द्वारा यहां पहुंच सकते हैं।
गागरोन किले की एंट्री फीस
गागरोन किले में प्रवेश के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।
गागरोन किला देखने का समय:
गागरोन किला पर्यटकों के लिए सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है।
जूनागढ़ किला Junagarh Fort of Rajasthan In Hindi
जूनागढ़ किला बिकानेर में स्थित राजस्थान के मुख्य टुरिस्ट प्लेस मे से एक है। ये किला बीकानेर शहर के बीचो बिच बसा हुआ है। जूनागढ़ किला राजस्थान के उन कुछ किलों में से एक है, जो मैदानी क्षेत्र में स्थित है। किले की भव्यता, स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व इसे पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय बनाते हैं।
जूनागढ़ किले की नीव सन 1478 में बीकानेर के राजा राव बीका के द्वारा शुरू राखी गई थी। इतिहास काल में बीकानेर के इस किले का प्राचीन नाम “चिंतामणि किला” था, लेकिन 20 वीं शताब्दी में किले का नाम बदलकर जूनागढ़ रख दिया गया। जूनागढ़ का किला दिखने में बेहद आकर्षक और विशाल है, यहां आने वाले पर्यटकों कों अपनी तरफ खींचता है।
जूनागढ़ किला घूमने का सही समय
जूनागढ़ किला घूमने का सही समय सर्दीओ का होता है, बिकने घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च के बीच का समय ठीक राहत है। इस समय यहाँ का मौसम ठंडा रहता है, इसलिए आप आसानी से जूनागढ़ किला और उसके आसपास घूम सकते हैं।
जूनागढ़ किला कैसे पहुँचें:
जूनागढ़ किले का निकटतम हवाई अड्डा नाल एयरपोर्ट है, जो किले से लगभग 17 किमी दूर है। वही बीकानेर जंक्शन है, जो 2 किमी दूर है। यह रेलवे स्टेशन भारत प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। बीकानेर सड़क मार्ग द्वारा राजस्थान और पड़ोसी राज्यों के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। आप बीकानेर तक बस या कार से आसानी से पहुंच सकते हैं।
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