महाबलीपुरम मंदिर पर्यटन स्थल – Mahabalipuram Temple Tourist Places In Hindi - Tourword

महाबलीपुरम मंदिर पर्यटन स्थल – Mahabalipuram Temple tourist places in hindi

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Mahabalipuram Temple tourist places in hindi

Mahabalipuram Temple tourist places in hindi महाबलीपुरम (Mahabalipuram) भारत के तमिलनाडु राज्य में बंगाल की खाड़ी के किनारे कोरोमंडल तट पर स्थित है, महाबलिपुरम तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले का एक प्राचीन बंदरगाह शहर है। महाबलिपुरम को मामल्लपुरम भी कहते है,महाबलिपुरम (Mahabalipuram Temple)का एक प्राचीन और इतिहासिक विरासत है जो आज तक अच्छी तरह से संरक्षित है और अपनी महिमा के संस्करणों को बोलता है।

महाबलीपुरम भारत के सबसे पुराने शहरों में से एक है।महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple)खूबसूरती से भरा बंदरगाह एक व्यस्त व्यापारिक केंद्र, वर्तमान दिन, यह अपने महान स्मारकों, गुफा अभयारण्यों और मूर्तियों के लिए पुरे विश्व भर में विखात है। महाबलिपुरम में एक स्मारक परिसर, जिसे स्मारकों के समूह के रूप में जाना जाता है, अपनी सभी प्राचीन कला और मूर्तियों के साथ, एक यूनेस्को विश्व स्थल है। यह स्थान अब चेन्नई के पास प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है।

Where is Mahabalipuram and how to go-महाबलीपुरम कहा है और कैसे जाए

महाबलीपुरम  मंदिर (Mahabalipuram Temple)चेन्नई से लगभग 56 किमी दूर स्थित है। महाबलीपुरम का निकटतम हवाई अड्डा चेन्नई में है। आप चेन्नई से ड्राइव कर सकते हैं, या एक टैक्सी किराए पर ले सकते हैं, चेन्नई और महाबलिपुरम के बीच कई बसों चलती हैं। यहां सड़क मार्ग से दो घंटे के भीतर पहुंचा जा सकता है। निकटतम रेलवे स्टेशन चेंगलपट्टू है,चेंगलपट्टू महाबलिपुरम से लगभग 30 किमी दूर है। स्टेशन पर उतरते समय महाबलीपुरम पहुंचने के लिए एक टैक्सी या बस में जाया जा सकता है।

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महाबलीपुरम का इतिहास/Mahabalipuram History In Hindi

महाबलिपुरम को मामल्लपुरम भी कहते है, महाबलिपुरम के इतिहास के बारे इतिहाश कर बताते हैं कि कभी यह एक व्यापारिक शहर था जोकि पल्लव वंश के दौरान स्थापित किया गया था। हालाकि महाबलीपुरम का इतिहास पल्लव वंश से भी पहले सातवी-आठवी शताब्दी पुराना माना जाता हैं। महाबलीपुरम एक महत्वपूर्ण बंदरगाह और यहां की समृद्ध गतिविधि का एक शानदार केंद्र बन गया हैं। पल्लवों वंश ने अपने पीछे एक शानदार इतिहास, वास्तुकला और संस्कृति का खजाना छोड़ा हैं। जिसमें आश्चर्यजनक मोनोलिथ, रॉक मंदिर और देवताओं की आकर्षित प्रतिमाएं आदि शामिल थी।

महाबलीपुरम मंदिर पर्यटन स्थल – Mahabalipuram Temple tourist places in hindi

महाबलीपुरम में घुमाने के लिहाज से बहुँत सारे पर्यटन स्थल है, जो देखने में बहुत ही मनमोहक और आकषण का केंद्र है, इसके आसपास के प्रमुख पर्यटन स्थल घूमकर आप अपनी यात्रा को और अधिक रोचक बना सकते हैं। क्योंकि इस भव्य मंदिर के आसपास कई टूरिस्ट प्लेस स्थित हैं जहां आप घूमने जा सकते हैं। तो आइए हम आपको इस लेख में यहाँ के पर्यटन स्थल की जानकारी सैर करते हैं।

पंच रथ मंदिर महाबलीपुरम – panch Rathas mandir Mahabalipuram In Hindi

पंच रथ मंदिर महाबलीपुरम – panch Rathas mandir Mahabalipuram In Hindi
पंच रथ मंदिर महाबलीपुरम – panch Rathas mandir Mahabalipuram In Hindi

महाबलीपुरम के दर्शनीय स्थलों में पंच रथ मंदिर है ,इस मंदिर को पल्लवों ने 7 वीं शताब्दी के अंत में निर्माण किया गया था, महाबलीपुरम के पंच रथ मंदिर का परिचय महाभारत के पात्रो पर दिया है, इन पंच रथों का नाम पांडवों के पात्रों के नाम के अनुसार रखा गया है। जेसे द्रौपदी रथ, धर्मराज रथ, अर्जुन रथ नकुल-सहदेव रथ, हैं। पंच रथ मंदिर का नाम यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल हैं।

इन सभी मंदिरों में धर्मराज रथ मंदिर सबसे बड़ा और बहु मंजिला मंदिर है, द्रौपदी रथ सबसे छोटा है। द्रौपदी रथ पहला रथ है जो प्रवेश द्वार पर स्थित है और देवी दुर्गा को समर्पित हैं। द्रौपदी रथ के बाद अगला रथ अर्जुन रथ है जोकि भगवान भोलेनाथ को समर्पित है। भीम चूहा मंदिर के खंभों पर आकर्षित कर देने वाली शेर की नक्काशी बनी हुई है। जबकि नकुल-सहदेव रथ पर हाथी की खूबसूरत नक्काशी देखने को मिलती हैं जोकि देवराज इंद्र को समर्पित हैं। इन सभी के बीच जो सबसे बड़ा रथ हैं वह धर्मराज का हैं और भगवान शिव को समर्पित हैं।

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गणेश रथ मंदिर महाबलीपुरम – Ganesh Ratha Temple Mahabalipuram In Hindi

गणेश रथ मंदिर महाबलीपुरम में एक दर्शनीय मंदिर है। इस मंदिर को पल्लव वंश द्वारा निर्मित किया गया था, गणेश मंदिर की संरचना द्रविड़ शैली में की हैं, इसकी आकृति एक रथ जैसी दिखाई देती हैं। और इस मंदिर को एक चट्टान पर खूबसूरती से उकेरा गया है, माना जाता है की शुरुआत में यह मंदिर भगवान शिव के लिए जाना जाता था लेकिन बाद इसे गणेश जी को समर्पित कर दिया गया। यह मंदिर अर्जुन तपस्या के उत्तर की ओर स्थित है।

Mahabalipuram Beach– Mahabalipuram Beach In Hindi

Mahabalipuram Beach– Mahabalipuram Beach In Hindi
Mahabalipuram Beach– Mahabalipuram Beach In Hindi

महाबलीपुरम बीच बहुत ही खुबसूरत और मनमोहक बिच है, यह चेन्नई शहर से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो बंगाल की खाड़ी के तट पर । महाबलीपुरम बीच समुद्र का लगभग 20 किमी लंबा तट हैं जो 20 वीं शताब्दी में ही अस्तित्व में आया था। यह समुद्र तट धूप सेंकने, गोताखोरी, विंड सर्फिंग और मोटर बोटिंग जैसी समुद्र तट की गतिविधियों के लिए पर्यटकों के बीच लौकप्रिय हैं। यह जगह देश विदेश के सेलानियो का मुख्य आकषण का केंद्र है,

अर्जुन की तपस्या महाबलीपुरम – Arjuna’s Penance In Hindi

अर्जुन की तपस्या स्थल महाबलीपुरम का आकर्षण है, यह जगह लगभग 30 मीटर लंबी और 9 मीटर ऊँची है, अर्जुन की तपस्या स्थल दो विशाल शिलाखंडों पर है। अर्जुन की तपस्या महाबलिपुरम की सबसे लोकप्रिय है, जो 7 वीं और 8 वीं शताब्दी की पत्थर की नक्काशी में से एक है। इस आकर्षित नक्काशी में भगवान, जानवर, पक्षी, अर्ध दिव्य जीव, हाथी और बंदर की कलाक्रति हैं। चट्टान पर उकेरी गई नक्काशी मूर्तिकारों के कलात्मक कौशल को प्रस्तुत करती हैं।

कृष्णा का बटरबॉल महाबलिपुरम – Krishna’s Butterball In Mahabalipuram In Hindi

कृष्णा का बटरबॉल महाबलिपुरम – Krishna’s Butterball In Mahabalipuram In Hindi
कृष्णा का बटरबॉल महाबलिपुरम – Krishna’s Butterball In Mahabalipuram In Hindi

कृष्णा का बटरबॉल महाबली पुरम स्थित एक ऐसी रहस्यमई चीज है, यह सिर्फ पर्यटकों के लिए भी नहीं बल्कि वैज्ञानि कों के लिए भी हैरत की बात है। ये एक ऐसा पत्थर है, जिसे देखने पर आपको लगेगा बस अभी नीचे की और लुढ़क पड़ेगा। महाबलीपुरम में स्थित यह पत्थर पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है..यह पत्थर इस तरह टिका हुआ है , जो गिरता हुआ मालूम होता है। कहा जाता है कि ये पत्थर करीब 1200 साल पुराना है।

इस पत्थर की ऊंचाई 20 फ़ीट और चौड़ाई 5 फ़ीट है। लेकिन ये पत्थर जिस तरह से अपनी जगह पर टिका है, वो इसे अनोखा बनाता है। वैज्ञानिक भी अभी तक तथ्य को समझ नही पाये है कि, ये पत्थर इंसान द्वारा खड़ा किया गया है या प्रकृति द्वारा।

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थिरुकलुकुंड्राम मंदिर महाबलीपुरम – Thirukalukundram Temple In Hindi

थिरुक्लुकुंदराम मंदिर महाबलीपुरम का एक दर्शनीय स्थल है, थिरुकलुकुंड्राम मंदिर के प्रमुख देवता अरुलमिघु वेदागिरेश्वर और अरुलमिघु थिरुमलईयुलडयार हैं। यह दर्शनीय मंदिर महाबलीपुरम के पश्चिम में 15 किलोमीटर की दूरी पर है। जोकि पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। थिरुकलुकुंड्राम मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इस पर अंग्रेजी और प्राचीन भारतीय भाषा में सुंदर शिलालेख यहा देखने को मिल जायेंगे।

थिरुक्कलमलाई मंदिर महाबलीपुरम – Thirukadalmallai Temple In Hindi

थिरुक्कलमलाई मंदिर भगवान विष्णु मंदिर हैं, जिन्हें यहाँ के लोग वालवेंदई ज्ञानपीरन के नाम से मानते है। यह मंदिर समुद्र के पास अपने आदिवराह तीर्थस्थल के लिए प्रसिद्ध हैं। थिरुक्कलमलाई मंदिर का निर्माण पल्लव वंश के राजा द्वारा समुद्र की लहरों से मूर्तियों की सुरक्षा के लिए करबाया गया था।

महाबलीपुरम मंदिर – Mahabalipuram Temple

महाबलीपुरम घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Mahabalipuram In Hindi

महाबलिपुरम की यात्रा पर आप वर्ष में कभी भी जा सकते हैं लेकिन यहाँ जाने के लिए सबसे अच्छा समय नवम्वर से फरवरी माह के बीच का माना जाता हैं, क्योंकि इस दौरान मौसम यात्रा करने के लिए बिलकुल अनुकूल रहता हैं।

 

दोस्तों हम आशा करते हैं की इस आर्टिकल से आपको Mahabalipuram Temple tourist places in hindi  की पूरी जानकारी मिल गयी होगी, इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें ताकि उन्हें भी Mahabalipuram Temple की जानकारी हो सके।

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My Name is Sunil Saini and I live in Jaipur. I am very Fond of Traveling And Seeing New Places. That's why I Started Blogging in 2018

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