Kaziranga National Park: इतिहास, वन्यजीव, सफारी और यात्रा गाइड
Kaziranga National Park, भारत का एक अद्वितीय राष्ट्रीय उद्यान है, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम के गोलाघाट और नागांव जिले में स्थित है। जो अपनी वन्य जीव जन्तु जेसे एक सींग वाले गैंडों, बाघ, हाथी, हिरण, जल भेंसो और सुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यह असम राज्य में स्थित है और वन्यजीव प्रेमियों, पर्यटकों, और प्रकृति लवर पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है। लोकप्रिय काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी है। इस लेख में हम Kaziranga National Park के इतिहास, वन्यजीव, सफारी और यात्रा गाइड के बारे में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करेंगे।
Kaziranga National Park का इतिहास
काजीरंगा नेशनल पार्क की स्थापना सन 1 जून 1905 में 435 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को काजीरंगा प्रस्तावित रिजर्व फ़ॉरेस्ट क्षेत्र घोषित किया गया। संन 1908 में इस जगह को रिज़र्व फ़ॉरेस्ट घोषित कर दिया गया था। इसका सन 1916 नाम बदलकर में काज़ीरंगा गेम रिज़र्व रख दिया गया। और वर्ष 1950 में इस पार्क को काजीरंगा वन्यजीव अभयारण्य Kaziranga National Park ) नाम कर दिया गया। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारतीय एक-सींग वाले गैंडे (Indian One-Horned Rhinoceros) की प्रजाति को विलुप्त होने से बचाना था। साल 1974 में इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला और 1985 में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का नाम यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया है।
Kaziranga National Park कहा है
यह राष्ट्रीय उद्यान भारत के असम राज्य में स्थित है। ब्रह्मपुत्र नदी के दक्षिणी तट पर फैला यह उद्यान गोलाघाट और नागांव जिलों में आता है। यह भारत के मुख्य नेशनल पार्क मे से एक है, यह राष्ट्रीय उद्यान 435 वर्ग किलोमीटर में फेला है। काजीरंगा नेशनल पार्क अपनी असीम प्राक्रतिक सोंदर्य के कारण पुरे विश्व में लोकप्रिय है ! असम को इस पार्क की वजह से आज पूरी दुनिया जाना जाता है, जहा लाखों पर्यटक हर साल घूमने आते है।
Kaziranga National Park की जानकारी
40 किलोमीटर लम्बा काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, बह्मपुत्र के किनारे पर स्थित, होने के कारण इसका कुछ हिसो में पानी भरा रहता है! इस के अलावा काजीरंगा नेशनल पार्क में दो नदिया और भी बहती है, जिस की वजह से पार्क की खुबसूरती और निखर जाती है , बहर्म्पुत्र नदी की वजह से काजीरंगा नेशनल पार्क में तालाब की संख्या भी बहुत है, इस तालाबो के आस पास बहुत सारे जलीय जीव देखने को मिलते है! जलिए जीवो के कारन पार्क को पर्यटको के लिय और आदर्श बनता है,
Kaziranga National Park के वन्य जीव
100+ भारत के National Park की संपूर्ण गाइड
राष्ट्रीय काजीरंगा पार्क को एक सिंग वाले के गेंडे के लिए जाना जाता है, एक सिंग वाले गेंडे को लुप्त होती प्रजाति में है! काजीरंगा नेशनल पार्क में 2450 के आसपास एक सिंग वाले गेंडे है, देखने में यह बहुत ही मोटे होते है इनका बजन लगभग 3 टन का होता है , इनके अलावा यहाँ हाथी, हिरन , जंगली भेंसा, जंगली सूअर, पेगोलिन, बंदर , चिता , भालू लोमड़ी , सियार भी पाये जाते है यहाँ बाघ भी देखने को मिलते है, नेशनल पार्क मे जलिए जीव देखने को भी मिलते है! इसके अलावा, यहां 500 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें ग्रेट हॉर्नबिल और ओरिएंटल पाइड हॉर्नबिल शामिल हैं।
Kaziranga National Park जाने का सबसे अच्छा समय
काजीरंगा नेशनल पार्क जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर से अप्रैल के महीनों के बीच होता है। इस समय मोसम बहुत ही सुहाना रहता है, काजीरंगा नेशनल पार्क का वातावरण नवम्बर से मार्च तक घुमने ओर सफारी के लिए एक आदर्श समय होता है। इस टाइम ना ज्यादा गर्मी होती है न ज्यादा दंड पड़ती है। वन्यजीवों को खुले में देखने का मौका। मानसून के दौरान (मई-अक्टूबर), पार्क बंद रहता है क्योंकि इस समय ब्रह्मपुत्र नदी के कारण यहां बाढ़ आ जाती है।
Kaziranga National Park में सफारी
नेशनल पार्क काजीरंगा में घुमने के लिए दो प्रकार की सफारी का आनंद लिया जा सकता है। जिप की सवारी Jeep Safari और Elifent Safari हाथी की सवारी काफी लोकप्रिये है, इनसे आप काजीरंगा नेशनल पार्क को अन्दर तक देख सकते है, ये सफारी सुबह 6 बजे से साम 3.30 बजे तक करे जाती है, इसके बाद पार्क को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाता है।
Kaziranga National Park मे जीप सफारी ओर हाथी सफारी का टाइम ओर फीस
जीप सफारी
- समय: सुबह 7:00 बजे से 9:30 बजे और दोपहर 2:00 बजे से 4:30 बजे
- लागत: ₹2000 से ₹3500 प्रति जीप (क्षेत्र के आधार पर)
- जोन: बागोरी, कोहोरा, और अग्रातली
हाथी सफारी
- समय: सुबह 5:30 बजे से 7:30 बजे
- लागत: ₹1000 से ₹2000 प्रति व्यक्ति
- आकर्षण: गैंडों को करीब से देखने का मौका।
Kaziranga National Park कैसे पहुंचे
हवाई मार्ग , सड़क मार्ग , रेल मार्ग से आसानी से नेशनल पार्क काजीरंगा पहुंचा जा सकता है नजदीकी एयरपोर्ट जोरहाट है, जो नेशनल पार्क काजीरंगा से 105 किलोमीटर है, जोरहाट एयरपोर्ट से आप टेक्सी या बस के द्वारा आप पार्क तक पहुँच सकते है, और नेशनल पार्क काजीरंगा से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन गोहाटी है, गोहाटी रेलवे स्टेशन से काजीरंगा नेशनल पार्क की दुरी 225 किलोमीटर है। गुवाहाटी, जोरहाट और तेजपुर से राष्ट्रीय राजमार्ग 37 द्वारा काजीरंगा तक पहुंचा जा सकता है।
Kaziranga National Park की यात्रा गाइड
- सफारी के लिए पहले से बुकिंग कराएं।
- वन्यजीवों को सुरक्षित दूरी से देखें।
- अपने साथ हल्के कपड़े, पानी की बोतल और कैमरा जरूर रखें।
- स्थानीय गाइड की सलाह का पालन करें।
निष्कर्ष
काजीरंगा नेशनल पार्क भारतीय वन्य जीव जन्तुओ की धरोहर है। यहां की वनस्पति और वन्यजीव पर्यटकों का मुख्य आकर्षण है। यहा की प्राकृतिक सुंदरता पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हैं, ओर पर्यटकों को प्रकृति के करीब से देखने का अवसर मिलता हैं। यदि आप असम की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो काजीरंगा को अपनी सूची में अवश्य शामिल करें।
Kaziranga National Park के बारे में सामान्य प्रश्नोत्तर (Q&A)
काजीरंगा क्यों प्रसिद्ध है?
काजीरंगा नेशनल पार्क अपनी प्राकृतिक सुंदरता ओर एक-सींग वाले गैंडे (Indian One-Horned Rhinoceros) के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यह असम राज्य में स्थित है और भारत के सबसे पुराने और महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है।
काजीरंगा नेशनल पार्क कहां स्थित है?
काजीरंगा नेशनल पार्क भारत के असम राज्य में स्थित है। यह गोलाघाट और नागांव जिलों में ब्रह्मपुत्र नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है।
काजीरंगा नेशनल पार्क की स्थापना कब हुई?
काजीरंगा नेशनल पार्क की स्थापना 1905 में एक संरक्षित क्षेत्र के रूप में हुई थी। इसे 1974 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।
काजीरंगा नेशनल पार्क जाने का सबसे अच्छा समय क्या है?
काजीरंगा नेशनल पार्क जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर से अप्रैल के बीच है। इस दौरान मौसम ठंडा और अनुकूल रहता है।
काजीरंगा नेशनल पार्क में कौन-कौन सी सफारी उपलब्ध हैं?
काजीरंगा नेशनल पार्क में जीप सफारी ओर हाथी सफारी की सफारी कर सकते हैं,
काजीरंगा नेशनल पार्क का कुल क्षेत्रफल कितना है?
काजीरंगा नेशनल पार्क का कुल क्षेत्रफल लगभग 430 वर्ग किलोमीटर है।
No Comment! Be the first one.