हिमालय की गोद में स्थित है, कॉर्बेट नेशनल पार्क (Jim Corbett National Park) भारत का सबसे पहला राष्ट्रीय उद्यान है। यह उत्तराखंड राज्य के नैनीताल और पौड़ी गढ़वाल जिलों में स्थित है। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को उसकी वन्यजीव, खासकर बंगाल टाइगर के संरक्षण के लिए विश्व स्तर पर जाना जाता है। यह पार्क न केवल एक प्राकृतिक धरोहर है, बल्कि पर्यावरण प्रेमियों पर्यटकों और सफारी का अनुभव करने वालों के लिए भी स्वर्ग के समान है।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का इतिहास – History of Jim Corbett National Park
साल 1936 में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की स्थापना हुई थी, स्थापना के समय इस पार्क का नाम हैली नेशनल पार्क रखा गया था। यह नाम ब्रिटिश गवर्नर विलियम मैल्कम हैली के नाम पर इसका नाम रखा गया था। लेकिन साल 1950 में इस पार्क का नाम बदलकर रामगंगा कर दिया गया था,लेकिन बाद में 1957 में इसे जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के नाम से मान्यता मिली।
यह भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान बना था,जिसे आज हम जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के नाम जानते है। जिम कॉर्बेट, जो एक प्रसिद्ध शिकारी थे, लेकिन बाद में वन्यजीव संरक्षण के प्रति अपना जीवन समर्पित कर दिया। ओर इस इलाके मे जिम कॉर्बेट ने वन्य जीवों को बचाने के लिए काफी प्रयास किया,उन्होंने बाघों के बारे में कई पुस्तकें भी लिखीं, जिनमें “मैन-ईटर्स ऑफ कुमाऊं” सबसे प्रसिद्ध है।
Jim Corbett National Park का क्षेत्रफल
इस पार्क का कुल क्षेत्रफल 520 वर्ग किलोमीटर है.जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क दो ज़िलों में फैला हुआ है। पौड़ी गढ़वाल ज़िले में 312 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्रफल है, और नैनीताल ज़िले में 208 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्रफल है। इस विशाल क्षेत्र में घने जंगल, नदीयाँ, घास के मैदान और पहाड़ियाँ शामिल हैं। पार्क के भीतर वन्यजीवों के लिए कई वातावरण अनुकुल स्थान हैं। इस क्षेत्र में रामगंगा नदी और उसकी सहायक नदियाँ प्रमुख जल स्रोत के रूप में काम आती हैं। पार्क को मुख्य रूप से पांच जोन में बांटा गया है – बिजरानी, जिरना, ढिकाला, दुर्गादेवी और सोननदी।
Ranthambore National Park Detail In Hindi
Jim Corbett National Park
अपनी खूबसूरती के लिए राष्ट्रीय उद्यान (Jim corbett national park) दुनिया भर में मशहूर है। जिम कॉर्बेट में बहुत सारे मनमोहक द्रश्य है,जेसे झीरना, बिजरानी, सीताबनी, गैराल, दुर्गा देवी ये सभी बहुत ही खूबसूरत हैं, और यहाँ टाइगर रिजर्व भी है लेकिन ढिकाला इन सब में अपनी अगल पहचान के लिए जाना जाता है। ढिकाला बहुत ही घना और विसाल जंगल है। यहां पर सफारी करते वक्त बहुत बार टाइगर से सामना हो जाता है सफारी के दौरान ढिकाला जोन में सबसे ज्यादा जानवरों का साइट सीन होता घना जंगल होने के कारण जानवरों की संख्या ज्यादा है। यहां आपको हिरण, जंगली हाथी, चीतल, कोबरा सांप, तरह तरह के सरीसृपों और विभिन्न पक्षियों को देखने क अवसर मिलेगा।
Jim Corbett National Park का महत्व
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण में अत्यधिक महत्व है। यह पार्क प्रोजेक्ट टाइगर के तहत बंगाल टाइगर के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षित निवास स्थान है। यहां न केवल बाघ, बल्कि अन्य दुर्लभ और विलुप्तप्राय जीव-जंतुओं का भी संरक्षण किया जाता है। साथ ही, यह पार्क उत्तराखंड के पर्यटन उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हर साल लाखों पर्यटक इस पार्क में वन्यजीवों को देखने आते हैं।
Jim Corbett National Park कहां स्थित है
उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क स्थित है। यह नैनीताल और पौड़ी गढ़वाल जिलों के बीच फैला हुआ है। पार्क का मुख्य प्रवेश द्वार रामनगर से है, जो नैनीताल जिले में आता है। रामनगर दिल्ली और उत्तराखंड के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जिससे यहाँ पहुँचना आसान है।
हिमालय की तलहटी में स्थित होने के कारण पार्क की भौगोलिक स्थिति इसे विशेष रूप से आकर्षक स्थान बनाती है। यहजहाँ आपको प्राकृतिक दृश्य देखने को मिलते हैं, जैसे घने जंगल, घास के मैदान और पहाड़ी क्षेत्र। रामगंगा नदी पार्क के बीच से बहती है, जो इसे और भी मनोरम बनाती है।
Ranthambore National Park Detail In Hindi
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के वन्यजीव Wildlife by Jim Corbett National Park
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क विसाल छेत्र्फल में है, यहाँ पर शेर, हाथी, साँभर, पांडा, काकड़, नीलगाय, भालू, बाघ, सुअर, हिरन, चीतल, घुरल और चीता लगभग सारे वन्य जीव देखने को मिलते हैं। इसी तरह इस वन में अजगर तथा कई प्रकार के साँप भी निवास करते हैं। जहाँ इस वन्य पशु विहार में अनेक प्रकार के भयानक जन्तु पाये जाते हैं, वहाँ इस पार्क में तक़रीबन 600 रंग – बिरंगे पक्षियों की प्रजातियाँ भी दिखाई देती हैं। यह देश एक ऐसा अभयारण है जिसमें वन्य जन्तुओं की अनेक जातियाँ – प्रजातियों के साथ पक्षियों का भी आधिक्य रहता है। आज विश्व का ऐसा कोई कोना नहीं है, जहाँ के पर्यटक इस पार्क को देखने नहीं आते हों।
जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क के खुलने का समय,Jim Corbett National Park opening hours
यह पार्क दिन मे दो बार पर्यटकों जंगल सफारी के लिए खुलता है। पार्क सुबह 8 बजे से लेकर 11 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है। दोपहर में 2.30 से लेकर 5.30 बजे तक यह खुला रहता है। इसके बाद मौसम के अनुसार समय परिवर्तित होता रहता है।
Bhangarh Fort History In Hindi
jim corbett national park Video
20 important facts about Jim Corbett National Park In Hindi
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की स्थापना 1936 में की गई थी। यह पार्क 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत पहला राष्ट्रीय उद्यान बना। यह भारत का पहला और सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है। इसका कुल क्षेत्रफल 520 वर्ग किलोमीटर है। यहां बाघ, तेंदुआ, हाथी, हिरण और सरीसृपों की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं। रामगंगा नदी पार्क के बीच से बहती है। ढिकाला जोन बाघ दर्शन के लिए सबसे प्रसिद्ध है। यहाँ पर पर्यटकों के लिए जीप सफारी और हाथी सफारी की सुविधाएँ हैं। पार्क में 600 से अधिक पक्षी प्रजातियाँ हैं। यहाँ साल, शीशम, और बांस जैसी वनस्पतियाँ पाई जाती हैं। इसका नाम प्रसिद्ध शिकारी जिम कॉर्बेट के नाम पर रखा गया है। पार्क को पांच जोनों में विभाजित किया गया है: बिजरानी, जिरना,ढिकाला, दुर्गादेवी और सोननदी। रामगंगा नदी पर बना रामगंगा बांध पार्क के पारिस्थितिकी तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है। सर्दियों में बाघ और अन्य वन्यजीवों को देखने का सबसे अच्छा समय होता है। दिल्ली से जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की दूरी लगभग 250 किलोमीटर है। यहाँ के घने जंगलों और पहाड़ियों में ट्रेकिंग का अनुभव किया जा सकता है। यह पार्क शांत और प्राकृतिक वातावरण के कारण शहर के शोर-शराबे से दूर एक आदर्श स्थान है। यहाँ आने वाले पर्यटकों से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलते हैं। पार्क के आसपास पर्यटकों के लिए कई शानदार रिसॉर्ट्स और होटल उपलब्ध हैं। पपार्क में पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता फैलाने के लिए शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क कब जाएं,When to visit Jim Corbett National Park?
जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क जाने का बेस्ट समय नवंबर से जून के महीने के बीच है, क्योंकि इस दौरान पार्क टूरिस्ट्स के लिए खुला रहता है। लेकिन जैसे ही मॉनसून का सीजन आता है, जिम कॉर्बेट पार्क को बंद कर दिया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है, क्योंकि बारिश की वजह से पार्क के अंदर मौजूद रास्ता बारिश के पानी के साथ बह जाता है। मॉनसून खत्म होने के बाद फिर से मरम्मत का काम शुरू होता है, जो नवंबर महीने के आसपास पूरा हो पाता है।
कैसे पहुंचें जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क,How to reach Jim Corbett National Park?
वायु मार्ग : सबसे निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर है, जो पार्क से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पंतनगर एयरपोर्ट दिल्ली से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग : जिम कॉर्बेट का नजदीकी रेलवे स्टेशन भी रामनगर ही है। दिल्ली से रामनगर के लिए सीधी ट्रेन भी चलती है। इसके अलावा आप चाहें तो दिल्ली से रेल मार्ग के जरिए हल्दवानी या काठगोदाम पहुंच सकते हैं और वहां से टैक्सी के जरिए रामनगर या सीधे जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क जा सकते हैं।
सड़क मार्ग : जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क दिल्ली से करीब 260 किलोमीटर दूर है और कॉर्बेट के पास स्थित रामनगर यहां का प्रमुख शहर है। रामनगर उत्तराखंड के विभिन्न शहरों के साथ ही देश के दूसरे शहरों जैसे मोरादाबाद, बरेली और दिल्ली से भी सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, मोरादाबाद और हल्दवानी से कई बसें चलती हैं जो रामनगर ले जाती हैं और रामनगर से महज 15 किलोमीटर दूर है कॉर्बेट नैशनल पार्क। अगर आप दिल्ली से सीधे सड़क मार्ग के जरिए जिम कॉर्बेट पहुंचना चाहते हैं तो आपको 5-6 घंटे का वक्त लगेगा।
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