Red Fort : भारत देश का ऐतिहासिक लाल किला का निर्माण राजा अनंग से किया था। प्राचीनकाल से ही ये किला भारत की इतिहासिक धरोहर माना जाता है। भारत के मुख्य पर्यटन दृष्टि से भी ये किला बहुत उपयोगी है। साल में लाखो पर्यटक लाल किला घुमने आते है। लाल किला देश-विदेश के सभी पर्यटकों को अपनी और आकृषित करता है। लाल किला, भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रतीक के रूप में विश्व भर में प्रसिद्ध है। यह किला केवल एक भव्य इमारत नहीं है, बल्कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आधुनिक भारत की यात्रा का गवाह रहा है। इस किले की भव्यता अपने प्राचीन इतिहास की झलक साफ दिखाई देती है।
लाल किला का इतिहास – History of Red Fort In Hindi
लाल किला भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है। ये भारत का ऐतिहासिक किला माना जाता है। इस किले का निर्माण 1060 में राजा अनंग पाल द्वारा किया गया था। जो की तोमर शासन के राजा माने जाते थे। इतिहास के अनुसार दिल्ली के दक्षिणी इल्लाको के सूरज कुंड के निकट तोमर वंश शासनकाल चलता था। प्राचीन इतिहासकारों और लेखको के अनुसार लाल किले का वास्तविक नाम लालकोट था। लाल कोट का अर्थ है लाल रंग का किला जिसे पुरे विश्व में लाल किले के नाम से जाना जाता है।
तोमर वंश के शासन के बाद 12 वीं सदी में यहाँ पृथ्वीराज ने शासन किया था। जो की चौहान वंश के वंशस थे। पृथ्वीराज चौहान ने इस किला का नाम बदल कर किला राय पिथौरा नाम दिया था। सन 1192 में हुए तराएन का युद्ध में पृथ्वीराज चौहान मुहम्मद गोरी से किला हार चुके थे। तथा मुहम्मद गोरी ने इस किले पर शासन करने के लिए अपने एक प्रमुख दास को चुना था। जिसका नाम कुतुबुद्धीन ऐबल था। कुतुबुद्धीन ऐबल ने दिल्ली की सल्तनत में 1206 में दास वंश की स्थापना की।
लाल किला की वास्तुकला – Architecture of Red Fort In Hindi
लाल किला वास्तुकला का एक अद्भुत उदाहरण है। इसे लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है, जिससे इसे किले का रंग भी लाल दिखाई देता है। किले की वास्तुकला में हिन्दू ओर मुगल शैली की छाप स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है, जिसमें भारतीय ओर फारसी शैलियों का मिश्रण है। लाल किला के चारों ओर विशाल दीवारें हैं, जो लगभग 2 किलोमीटर लंबी हैं और 18-33 मीटर ऊंची हैं।
किले में कई महत्वपूर्ण इमारते हैं, जिनमें दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, Rang Mahal, मुमताज महल, और शाह बुर्ज शामिल हैं। किले के मुख्य द्वार को ‘लाहौरी गेट’ कहा जाता है, जहाँ से हर साल स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं। वास्तुकला में नाजुक नक़्क़ाशी, संगमरमर की सुंदरता, और बगीचों का विशेष महत्व है, जो इसे एक राजसी वातावरण झलक देखने को मिलती हैं।
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लाल किला का महत्व – Importance of Red Fort In Hindi
लाल किला भारत के लिए केवल एक ऐतिहासिक इमारत नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, धरोहर और स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक है। भारत की आजादी के बाद से, लाल किला हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के प्रमुख समारोह का केंद्र रहा है। इतिहास में इस लाल किले ने भारत के राजनीतिक और सामाजिक बदलावों का गवाह बनाया है। यह किला हमें हमारे गौरवशाली अतीत और स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाता है। आज भी, लाल किला भारतीयों के दिलों में राष्ट्रीय गर्व और सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक के रूप में स्थापित है।
लाल किला न केवल भारत के अतीत का हिस्सा है, जहां हर साल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय ध्वज लहराया जाता है और प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करते हैं। इसका सांस्कृतिक और राष्ट्रीय महत्व भारत के भविष्य के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि इसके अतीत के लिए था।
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लाल किला की कहानी – Story of Red Fort In Hindi
लाल किला की कहानी हिन्दू राज्य ओर मुगलों के शासनकाल से लेकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम तक, कई महत्वपूर्ण घटनाओं से जुड़ी है। शाहजहां के समय में यह मुगल साम्राज्य की राजधानी था, और यहां से उन्होंने पूरे देश पर शासन किया। इसके बाद मुगलों के पतन के समय, लाल किला कई हमलों और लूटपाट का शिकार हुआ।
स्वतंत्रता संग्राम 1857 के बाद, ब्रिटिश सेना ने लाल किले पर कब्जा कर लिया और इसे अपना मुख्यालय बना लिया। इसके बाद, यह किला भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बन गया। 1947 में जब भारत स्वतंत्र हुआ, तब पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसी किले से भारत की आजादी का पहला भाषण दिया। लाल किला स्वतंत्रता, संघर्ष और भारतीय पहचान का प्रतीक बन गया।
लाल किले की दर्शनीय जगह:Places to visit in Red Fort
लाल किले की बनावट उसकी विशालता और कलात्मकता का प्रतीक है। किले के चारों ओर विशाल दीवारें और भव्य दरवाजे हैं। इसके अंदर कई महल, बगीचे ओर प्राचीन इमारते भी हैं।
मुमताज महल- Mumtaz Mahal of Red Fort
मुमताज महल लाल किले के आँगन में बना हुआ है। इस महल को रचनात्म और सुन्दर ढग से बनाया गया है। मुमताज महल के अलावा अन्य पांच संरचनाओ का भी निर्माण किया गया है। जिसमे मुमताज महल को विशेष माना जाता है। मुमताज महल को सफ़ेद मार्बल से बनाया गया है। इन पत्थरो पर फूलो की कलाकृति भी की गई है।
ये मुग़ल काल की शिल्पकला का परिचय देता है। प्राचीन काल में ये महल स्त्रियों के रहने का स्थान हुआ करता था। इसके अन्दर मुगलकाल की कई कलाकृतिया और वस्तुए पाई जाती है। अब इसे भारत का प्राचीन चीजों और पुरातत्व का संग्रहालय बना दिया गया है। इसके अंदर कई प्राचीन तस्वीरे,कालीन,पेंटिग,तलवारे,पर्दे और ऐतिहासिक वस्तुए पाई जाती है।
लाल किले का रंग महल-Rang Mahal of Red Fort
रंग महल का निर्माण सम्राट ने पत्नियाँ के लिए बनवाया था। इस महल में उस साम्राज्य के राजा की रानियाँ निवास करती थी। इस महल को बहुत ही रंग विरंगो से सजाया गया है। इसी कारण इसका दूसरा नाम पैलेस ऑफ़ कलर्स भी रखा गया था। इस महल को रंगीन कांचो से सजाया गया है। जिससे सूरज की किरणे जब इन पर पड़ती है, तो महल में रंगीन रोशनी फैलती है। जिससे महल बहुत ही सुन्दर नज़र आता है। गर्मियों के समय भी में भी ये महल शीतल रहता है। क्योकि इस महल की भूमि के भीतर एक जल धारा प्रवाहित होती है।, जो इसे सदैव ठंडा रखती है।
खस महल-Khas mahal of Red Fort
खस महल को मुग़ल साम्राज्य का प्रमुख महल माना जाता था। क्योकि ये मुगल राजाओ का निजी आवास क्षेत्र था। इस महल के भीतर मुख्य तीन कमरे बने हुए हैं। जिसमे से एक कमरा राजाओ के बैठने का हुआ करता था।और दूसरा उनके आराम करने के लिए था। जिसे उनका संयन कक्ष भी कहते है। और तीसरे कमरा आम सभा के लिए था। इस महल को बहुत ही सुन्दर सजाया गया था। इस महल की दीवारे मार्बल के पत्थरों से बनी हुई है। जिन पर फूलो की बहुत ही सुंदर आकृतियों बनाई गई है।
मोती मस्जिद-Moti Masjid of Red Fort
मोती मस्जिद का निर्माण औरंगज़ेब द्वारा करवाया गया था। औरंगजेब ने मोती मस्जिद का निर्माण अपने खुद के उद्धेश्यो पूरा करने के लिए करवाया था। इस मस्जिद का मतलब है- पर्ल मस्जिद। इस मस्जिद का आकर बहुत ही सुन्दर बनाया गया है। इस मस्जिद का आकार एक गुंबद सामान बनाया गया है। इस मस्जिद की दीवारे और आँगन को संगमरमर से निर्मित किया गया है।
दीवान-ए-आम-Diwan-e-aam of Red Fort
दीवान-ए-आम का 1631 से 1640 के समयकाल में निर्माण हुआ था। इसका निर्माण मुग़ल शासक बादशाह शाहजहां ने करवाया था। इसके बाहर की और एक विशाल खुला मैदान है। जिसे दीवाने-ए-आम का मुख्य प्रांगण कहा जाता है। यह आम जनता के लिए बनाया गया क्षेत्र है। जहाँ बैठकर राजा प्रजा की समस्यों का हल करते थे। इसके बीचो बीच एक विशाल सुन्दर सिंहासन बनाया गया है। जो छज्जा दीवान के मध्य में स्थित है। ये बादशाहों का शाही अपार्टमेन्ट
लाल किले का हमाम-Hamam of Red Fort
हमाम की इमारत का निर्माण एक स्नानघर के लिए करवाया गया था। जिसे मुग़ल राजाओ और स्नान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इस जगह को एक ड्रेसिंग रूप के सामान तैयार किया गया था। इन स्नानघरो को मार्बल की दीवारों से बनाया गया था। इन्हें बहुत ही सुन्दर ढंग से तैयार किया गया है। इसमें गर्म पानी के नल लगाए गये थे।
हीरा महल-Heera Mahal of Red Fort
हीरा महल लाल किले के दक्षिण हिस्से में स्थित है। इसका निर्माण मुग़ल शासक बहादुर शाह द्वितीय ने करवाया था। इतिहासकारो के अनुसार ऐसा माना जाता है की बहादुर शाह ने इस महल के भीतर एक अत्यधिक कीमती हीरा छुपाया था। जिसकी कीमत कोहीनूरहीरे से भी अधिक मानी जाती है। 1857 के युद्ध के समय उत्तर में स्थित मोती महल को नष्ट कर दिया गया था।
लाल किला के 20 महत्वपूर्ण तथ्य
निर्माण काल: लाल किले का निर्माण 1638-1648 के बीच हुआ।
स्थापना: इसका निर्माण मुगल सम्राट शाहजहां ने करवाया।
नाम: इसे ‘किला-ए-मुबारक’ कहा जाता था।
मुख्य सामग्री: यह किला लाल बलुआ पत्थर से बना है।
वास्तुकला शैली: इसमें भारतीय, फारसी और तैमूरी शैली का मिश्रण है।
दीवारें: लाल किले की दीवारें 2 किलोमीटर लंबी और 18-33 मीटर ऊंची हैं।
मुख्य द्वार: लाल किले का मुख्य द्वार ‘लाहौरी गेट’ है।
प्रमुख संरचनाएं: दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, रं Rang Mahal, मुमताज महल।
शाहजहां का निवास: यह किला शाहजहां का शाही निवास था।
मुगल गार्डन: किले में एक विशाल मुगल शैली का बगीचा भी है।
ब्रिटिश कब्जा: 1857 के विद्रोह के बाद, यह ब्रिटिश सेना के कब्जे में आ गया।
महत्वपूर्ण घटनाएं: 15 अगस्त 1947 को भारत का पहला स्वतंत्रता दिवस यहां मनाया गया।
विरासत स्थल: इसे 2007 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।
रंग महल: यह मुगल रानियों का मुख्य आवास था।
दीवान-ए-खास: यहाँ मुगल बादशाह निजी दरबार लगाते थे।
नहरें: किले में कई नहरें भी बनाई गई थीं, जिन्हें ‘नहर-ए-बिहिश्त’ कहा जाता था।
युद्ध: लाल किला कई युद्धों और आक्रमणों का गवाह रहा है।
स्वतंत्रता संग्राम: 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यह भारतीय सेनाओं का मुख्य केंद्र बना।
राष्ट्रीय धरोहर: लाल किला भारतीय संस्कृति और इतिहास की राष्ट्रीय धरोहर के रूप में जाना जाता है।
वार्षिक समारोह: स्वतंत्रता दिवस पर हर साल प्रधानमंत्री यहां से देश को संबोधित करते हैं।
Best time to visit Red Fort in Hindi
भारत की राजधानी दिल्ली का सबसे प्रसिद्द किला है। प्रतिवर्ष देश-विदेश से पर्यटक यहाँ घुमने आते है। लाल किला घुमने के लिए सर्दियों का समय सबसे उचित है। अक्टूम्बर से मार्च के महीने में लाल किला जाने का सबसे अच्छा समय है। क्योकि मार्च के बाद गर्मियों का मौसम शुरू हो जाता है। इसलिए मार्च के महीने के बाद वहा जाने से आपको काफी मुश्किले होगी। और फिर अगस्त के प्रारम्भ में यहाँ मॉनसून शुरू हो जाता है। इसलिए सर्दियों के मौसम में ही लाल किला घुमने का मजा अच्छे से लिया जा सकता है।
लाल किला प्रवेश शुल्क-Entry fees for the Red Fort
भारत के सभी पर्यटकों में घुमने हेतु सरकार द्वारा पर्यटकों से शुल्क लिया जाता है। लाल किला घुमने के लिए भी शुल्क निर्धारित किया गया है। लाल किला घुमने के लिए स्वदेशी और विदेशी पर्यटकों के लिए अलग-अलग शुल्क निर्धिरित किये गये है। भारतीय पर्यटकों के लिए एक टिकट का शुल्क 35 रुपये रखा गया है। और विदेशी पर्यटकों के लिए 500 रुपये शुल्क लिया जाता है। लाल किले में अन्य लाइट एंड सांउड शो के यंग और बुजुर्गो को 60 रूपये और बच्चो के लिए 20 रूपये देंने पड़ते है। ये शुल्क छुट्टियों के समय बढ़ा दिया जाता है। इस समय बड़े-बुजुर्गो के लिए 80 रूपये शुल्क और बच्चो के लिए 30 रूपये कर दिए जाते है।
लाल किला कैसे पहुंचे-How to reach Red Fort
ये भारत का ऐतिहासिक किला है,ओर भारत की राजधानी दिल्ली के बीचो-बीच बना हुआ है। दिल्ली भारत देश का प्रमुख विकसित शहर औरदेश की राजधानी है। इसलिए पर्यटकों को यहाँ हवाई मार्ग, रेल मार्ग, रोड मार्ग की सुविधा भी सरलता से मिल जाती है।
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