Gateway of india – मुम्बई सिर्फ सपनों का शहर ही नहीं है, बल्कि ये पर्यटकों का शहर भी है। यहाँ पर्यटकों के लिए कई आकर्षक केंद्र हैं। मुम्बई के प्रसिद्द पर्यटक स्थल में गेटवे ऑफ़ इंडिया भी शामिल है। मुम्बई की शान गेटवे ऑफ़ इंडिया यहाँ का सबसे प्रसिद्द पर्यटक स्थल है, और मुम्बई का प्रमुख लैंड मार्क भी है। गेटवे ऑफ़ इंडिया मुंबई में भारत की सबसे प्रसिद्ध संरचनाओं में से एक है।
प्राचीन काल मे यह स्थान समुद्री रास्ते से आने वालों के लिए भारत का प्रवेश द्वार की तरह काम करता था। इस इमारत को ब्रिटिश वास्तुकार जॉर्ज विटेट द्वारा डिजाइन किया गया था। भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान निर्मित, यह ऐतिहासिक इमारत थी। गेटवे ऑफ़ इंडिया अक्सर विदेशी पर्यटकों की यात्रा स्थल के लिए ले जाता है। वे गेटवे ऑफ़ इंडिया की सुंदरता को ज़रूर ही देखना नहीं भूलते हैं।
Gateway of india in hindi
मुम्बई में पर्यटकों के लिये कई प्रसिद्द आकर्षक है। जिसमें गेटवे ऑफ़ इंडिया सबसे प्रसिद्द आकर्षक का केंद्र है। मुम्बई शहर की यात्रा पर आने वाले पर्यटकों गेटवे ऑफ़ इंडिया की सुंदरता को देखने देखने आते हैं। भारत के साथ-साथ दुनिया भर में गेटवे ऑफ़ इंडिया की कुछ ऐसी प्रसिद्ध बातें हैं, जो आपको भी पता होना चाहिए। आइये आज हम इस पोस्ट में मुम्बई के सबसे शानदार पर्यटन स्थल गेटवे ऑफ़ इंडिया के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्यों के बारे में जानते हैं।
Gateway Of India का इतिहास
ब्रिटिश सरकार ने दिसंबर 1911 में किंग जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी की मुंबई यात्रा के उपलक्ष्य में, गेटवे ऑफ इंडिया के निर्माण की योजना बनाई थी। बंबई के गवर्नर ने 31 मार्च, 1913 को इस खूबसूरत ईमारत की नींव रखी। गेटवे ऑफ इंडिया जमनी सतह से 26 मीटर ऊँचा है। ब्रिटेन प्रशासन, किंग जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी, की भारत यात्रा के स्वागत में इस इमारत को बनाने के मुख्य कारण थे।
गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण कार्य 1920 में शुरू हुआ जो 1924 में बनकर पूरा हुआ। 4 दिसंबर, 1924 को इस ईमारत का, वायसराय अर्ल ऑफ रीडिंग, के द्वारा उद्घाटन हुआ, इसके बाद गेटवे ऑफ इंडिया को आम लोगो के लिए खोल दिया गया था। गेटवे ऑफ इंडिया की खास बात यह की ब्रिटेन प्रशासन के समाप्त होने के बाद अंतिम ब्रिटिश लोग गेटवे ऑफ इंडिया से इंग्लैंड गए थे। गेटवे ऑफ इंडिया आज भारत में सबसे अच्छे पर्यटन स्थल में से एक है।
Gateway Of India की वास्तुकला
गेटवे ऑफ इंडिया की वास्तुकला इंडो-सारासेनिक शैली में बनाई गई है। यह शैली भारतीय और यूरोपीय वास्तुकला का अनूठा मिश्रण है। इसका मुख्य ढांचा पीले बेसाल्ट पत्थर से बनाया गया है, और इसमें खूबसूरत जालीदार डिज़ाइन हैं। स्मारक की ऊंचाई लगभग 26 मीटर (85 फीट) है और इसे समुद्र तट के सामने इस तरह से बनाया गया है कि यह अरब सागर के किनारे की शोभा बढ़ाता है।
Gateway Of India के निर्माण लागत
मुंबई का स्थल गेटवे ऑफ इंडिया जितना देखने में खूबसूरत लगता है, यह उतना ही मशहूर पर्यटन है। यही कारण हैं कि यहां हजारों की संख्या में पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है। इस लिए आज महाराष्ट्र मे सबसे ज्यादा सेल्फ़ी लेने वाले साथ के लिए भी जाना जाता है। गेटवे ऑफ इंडिया भी भारत के सबसे प्रसिद्ध स्थल में से एक है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे बनाने में कितना खर्चा आया था। आप को बता दें, गेटवे को बनाने में लगभग 2.1 करोड़ रूपये खर्च हुए थे। ओर गेटवे ऑफ इंडिया के गुंबद को बनाने में 21 लाख रूपये खर्च किए गए थे।
Gateway Of India मुंबई का ताज महल
आगरा में स्थित ताजमहल को प्यार की निशानी के रूप में जाना जाता है। इसी तरह, गेटवे ऑफ इंडिया को अक्सर “मुंबई का ताजमहल” कहा जाता है। हालांकि यह प्यार की निशानी के लिए प्रसिद्ध नहीं है, लेकिन इसकी शानदार वास्तुकला और भव्य संरचना इसे ताजमहल की तरह विशेष बनाती है। यही वजह है कि इसे मुंबई का ताजमहल कहा जाता है, जो इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को भी दर्शाता है।
Gateway Of India के आसपास घूमने की जगह
गेटवे ऑफ इंडिया केवल मुंबई का एक ऐतिहासिक स्मारक ही नहीं, बल्कि इसके आसपास स्थित पर्यटन स्थलों के कारण भी यह पर्यटकों के लिए खास बन जाता है। यह अद्भुत वास्तुकला और पर्यटन के अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। गेटवे ऑफ इंडिया के आसपास घूमने की कई प्रमुख जगह हैं, जो यहा आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं। आइए, गेटवे ऑफ इंडिया के पास घूमने की प्रमुख जगहों की जानकारी जानते है।
गेटवे ऑफ इंडिया के पास घूमने की प्रमुख जगह
ताजमहल पैलेस होटल
गेटवे ऑफ इंडिया के ठीक सामने स्थित ताजमहल पैलेस ऐतिहासिक होटल है, जो अपनी भव्यता के लिए दुनिया भर मे जाना जाता है। ताजमहल पैलेस 1903 में निर्मित इस होटल की वास्तुकला पर्यटकों को आकर्षित करती है। यह भारतीय और विदेशी पर्यटकों के लिए एक प्रसिद्ध ठहरने का स्थान है।
Gateway Of India के नजदीकी एलिफेंटा गुफाएं
एलिफेंटा गुफाएं, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं, जो गेटवे ऑफ इंडिया से कुछ ही दूरी पर स्थित हैं। यहां तक पहुंचने के लिए गेटवे से नाव की सवारी की जाती है। गुफाओं में भगवान शिव की विशाल मूर्तियां और पत्थर पर उकेरी गई कलाकृतियां अद्भुत हैं। यह स्थान प्राचीन भारतीय कला और संस्कृति का बेहतरीन उदाहरण है।
Gateway Of India के नजदीकी मरीन ड्राइव
मरीन ड्राइव मुंबई का सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो अरब सागर के किनारे स्थित है। यह 3.6 किलोमीटर लंबा घुमावदार रास्ता है, जो नरीमन प्वाइंट से शुरू होकर गिरगांव चौपाटी तक फैला हुआ है। इसे “क्वीन नेकलेस” (रानी की माला) के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि रात में जब यहां की स्ट्रीट लाइट्स जलती हैं, तो यह तटरेखा मोतियों की चमचमाती माला जैसी लगती है।
यह स्थान मुंबई का सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां स्थानीय लोग और पर्यटक सुकून और मनोरंजन के लिए आते हैं। मरीन ड्राइव पर समुद्र की ठंडी हवा का आनंद लेना, समुद्र के लहरों की आवाज सुनना और सूर्यास्त का दृश्य देखना एक अद्वितीय अनुभव होता है। यह स्थान शांतिपूर्ण वातावरण में समय बिताने के लिए आदर्श है।
गेटवे ऑफ इंडिया के नजदीकी कोलाबा कॉजवे मार्केट
कोलाबा कॉजवे मार्केट मुंबई का एक प्रमुख बाजार है, यह बाजार गेटवे ऑफ इंडिया के पास स्थित है और मुंबई में खरीदारी और मनोरंजन के लिए सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। यहां पर आपको भारत की विविधता और परंपरा का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है। बाजार में कई कैफे और स्ट्रीट फूड स्टॉल हैं, जो मुंबई के फेमस स्नैक्स जैसे वड़ा पाव, भेलपुरी और पाव भाजी का स्वाद चखने का मौका देते हैं। यह बाजार न केवल खरीदारी करने के लिए भी एक बेहतरीन स्थान है।
गेटवे ऑफ इंडिया के नजदीकी वालकेश्वर का मंदिर
वालकेश्वर मंदिर एक प्राचीन मंदिर है, यह मंदिर एक प्रचलित महत्वपूर्ण धार्मिक कहानी से जुड़ा है। जिसके अनुसार भगवान श्री राम ने इस मंदिर में पूजा कि थी, जिसे वैज्ञानिकों का यह दावा साबित करता है, की यह मंदिर 3000 साल पुराना है।
गेटवे ऑफ इंडिया के नजदीकी नेहरू विज्ञान केंद्र
नेहरू विज्ञान केंद्र में कला प्रदर्शनियाँ, वैज्ञानिक प्रदर्शनियाँ, और कुछ अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम देखे जा सकते हैं। अगर आप विज्ञानं में रूचि रहते है, तो यह स्थान आपके लिए सही हैं। गेटवे ऑफ इंडिया के समाने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा लगी है जो मराठाओं के गर्व और साहस के प्रतीक को प्रदर्शित करती है।
छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय
छत्रपति शिवाजी महाराज वस्तु संग्रहालय, जिसे पहले प्रिंस ऑफ वेल्स म्यूजियम के नाम से जाना जाता था, मुंबई का एक प्रमुख संग्रहालय है। यह संग्रहालय 1914 में स्थापित किया गया था और इसे 1998 में छत्रपति शिवाजी महाराज के सम्मान में पुनः नामित किया गया। यह संग्रहालय गेटवे ऑफ इंडिया से कुछ दूर काला घोड़ा क्षेत्र में स्थित है और ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और कलात्मक धरोहर को प्रदर्शित करता है। यहां प्राचीन भारतीय सभ्यता की झलक मिलती है। सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष, पत्थर की मूर्तियां और अन्य ऐतिहासिक वस्तुएं प्रदर्शित हैं। यहां प्राचीन सिक्कों और हथियारों का संग्रह भी मौजूद है, जो भारतीय इतिहास के युद्धों और राजवंशों की कहानी बताते हैं।
Best Time To Visit Gateway Of India In Hindi
गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई में है, और यहाँ का मौसम पुरे साल ( 12 महीने ) सुहावना होता है, इसलिए आप यहां साल में कभी भी आ सकते हैं। फिर भी नवंबर से मार्च के बीच का समय यहां घुमाने का आन्दन के लिए सबसे अच्छा होता है। नवंबर से मार्च में मुंबई का मौसम अधिक सुहावना होता है। गेटवे ऑफ इंडिया की बात करे तो यह पूरे साल के 12 महीने खुला रहता है।
Where to stay near Gateway Of India
मुंबई एक मेट्रो सिटी है, यहाँ होटलों की संख्या काफी ज्यादा है। गेटवे ऑफ इंडिया के पास सस्ते लोज से लेकर 5 स्टार होटल, 7 स्टार जेसी होटले आसानी से मिल जाती है। जिसमे ताज महल पैलेस, होटल हार्बर व्यू, एबोड बॉम्बे सहितअनेक होटल हैं जहां आप अपनी सुविधानुसार प्री बुकिंग भी करा सकते हैं।
Gateway Of India कैसे जाएं?
जैसा कि हम सभी जानते हैं, कि मुंबई भारत का एक आधुनिक और हाई प्रोफाइल शहर है। यहाँ भारत की फिल्म सिटी भी है। ऐसे में यह शहर देश और दुनिया के साथ, हवाई मार्ग, सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हैं। आप विश्व के किसी भी कोने में हो मुंबई तक आसानी से पंहुच सकते हो।आप एक रास्ता चुन सकते हैं, जो आपकी सुविधा के अनुसार है।
हवाई मार्ग से: मुंबई में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा, और सांता क्रूज़ घरेलू हवाई अड्डा भी है। आपको मिलने वाले किसी भी हवाई अड्डे से गेटवे ऑफ इंडिया के लिए टैक्सी ली जा सकती है। गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई शहर से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
ट्रेन द्वारा से : भारत के हर कोने से ट्रेनें छत्रपति शिवाजी जंक्शन पर पहुंचती हैं। मुंबई सेंट्रल स्टेशन के द्वारा पहुँचा जाता है। भले ही आप भारत में कहां से आए हों। आप इन दो स्टेशनों पर यात्रा कर सकते हैं जो आपको गेटवे ऑफ इंडिया के नजदीक तक ले जाते हैं। आप यहाँ से टैक्सी ले सकते है।
सड़क मार्ग से: मुंबई में नेशनल हाईवे के अच्छे कनेक्शन हैं। मुंबई सेंट्रल बस स्टेंड भारत के हर राज्यों से बस द्वारा भी पहुँचा जा सकता है। पुणे और नासिक के बुस को एएसआईएडी बस बूथ पर होस्ट किया गया है।
Address of Gateway of India
पता: गेटवे ऑफ इंडिया, अपोलो बंदर, कोलाबा, मुंबई, महाराष्ट्र 400001
Frequently Asked Questions (FAQs) related to Gateway of India:
प्रश्न 1: गेटवे ऑफ इंडिया कहां स्थित है?
उत्तर: गेटवे ऑफ इंडिया भारत के मुंबई शहर के कोलाबा इलाके में स्थित है। यह अरब सागर के तट पर स्थित है और ताजमहल पैलेस होटल के पास है।
प्रश्न 2: गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण कब और क्यों किया गया था?
उत्तर: गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण वर्ष 1911 में ब्रिटिश राजा जॉर्ज पंचम और महारानी मैरी के भारत आगमन की स्मृति में शुरू किया गया था। इसका निर्माण 1924 में पूरा हुआ।
प्रश्न 3: गेटवे ऑफ इंडिया की वास्तुकला किस शैली में बनी है?
उत्तर: गेटवे ऑफ इंडिया इंडो-सारासेनिक शैली में बनी है, जो भारतीय, इस्लामी और यूरोपीय वास्तुकला का मिश्रण है।
प्रश्न 4: गेटवे ऑफ इंडिया घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है?
उत्तर: गेटवे ऑफ इंडिया घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी के बीच होता है। इस समय मौसम सुहावना रहता है।
प्रश्न 5: गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रवेश शुल्क क्या है?
उत्तर: गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रवेश पूरी तरह से निःशुल्क है।
प्रश्न 6: गेटवे ऑफ इंडिया का डिज़ाइन किसने तैयार किया?
उत्तर: गेटवे ऑफ इंडिया का डिज़ाइन स्कॉटिश वास्तुकार जॉर्ज विटेट ने तैयार किया था।
प्रश्न 7: गेटवे ऑफ इंडिया क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर: गेटवे ऑफ इंडिया अपनी अद्भुत वास्तुकला, ऐतिहासिक महत्व और मुंबई के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक होने के कारण प्रसिद्ध है।
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